माटेओ पेलिकोन कुश्ती : विनेश फाइनल में, सरिता को रजत , कुलदीप को कांस्य

माटेओ पेलिकोन कुश्ती : विनेश फाइनल में, सरिता को रजत , कुलदीप को कांस्य

माटेओ पेलिकोन कुश्ती : विनेश फाइनल में, सरिता को रजत , कुलदीप को कांस्य
Modified Date: November 29, 2022 / 08:00 pm IST
Published Date: March 6, 2021 3:15 pm IST

नयी दिल्ली, छह मार्च ( भाषा ) भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने रोम में चल रही माटेओ पेलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरिज के 53 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंच कर लगातार दूसरे टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने के करिब पहुंच गयी है जबकि सरिता मोर ने यहां रजत पदक जीता और कुलदीप मलिक ने कांस्य पदक अपने नाम किया।

विनेश को शनिवार को यहां चार मुकाबले खेलने थे लेकिन उन्हें दो बाउट में वॉकओवर मिल गया। उन्होंने बाकी बचे दोनों बाउटों में अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से चित्त (पिन) कर दिया।

उन्होंने पहले मुकाबले में नंदिनी बाजीराव साओलखे को पटखनी देने के बाद सेमीफाइनल में कनाडा की लीघ स्टेवर्ट को महज 42 सेकेंड में चित्त कर दिया।

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सेमीफाइनल से पहले दूसरे दौर में कजाखस्तान की तात्याना अखमेतोवा और तीसरे दौर में इक्वाडोर की लुइसा एलिजाबेथ चोट के कारण भारतीय पहलवान के खिलाफ रिंग में नहीं उतरी।

विनेश ने यहां आने से पहले यूक्रेन के कीव में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

एशियाई चैम्पियन सरिता ने क्वार्टर फाइनल में कजाखस्तान की अल्तीने एस को 57 किलो वर्ग में 4 . 1 से हराया । इसके बाद सेमीफाइनल में एम्मा तिसिना को मात दी । वह फाइनल में बुल्गारिया की जियुलिया पेनालबेर से 2 . 4 से हार गई ।

इसी भारवर्ग में भारत की अंशु मलिक को पेनालबेर ने सेमीफाइनल में 10 . 7 से हराया । वह कांस्य पदक के मुकाबले में इटली की फ्रांसिस्का इंडेलिकैटो से हार गई।

वहीं 68 किलो वर्ग में निशा क्वालीफायर में ही हारकर बाहर हो गई । ओलंपिक 2016 चैम्पियन कजाखस्तान की एलमिरा एस ने क्वार्टर फाइनल में भारत की किरण को 10 . 3 से मात दी ।

पुरूषों में ग्रोको रोमन पहलवान कुलदीप मलिक (72 किग्रा) ने कांस्य पदक के प्लेऑफ में 2014 के विश्व चैम्पियन रूस के चिंगिज लाबाजानोव को 10 . 9 से हराया ।

पुरूषों के फ्रीस्टाइल में सत्यव्रत कादियान 97 किग्रा भार वर्ग में तुर्की के इब्राहिम सिफ्त्सी से 1 . 8 से हार गये जबकि 125 किग्रा वर्ग में सुमित मलिक अपने चार में से सिर्फ एक बाउट में जीत दर्ज कर सके।

भाषा आनन्द नमिता

नमिता


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