मोदी ने मिताली, सिंधु और निशानेबाजों के प्रदर्शन की प्रशंसा की

मोदी ने मिताली, सिंधु और निशानेबाजों के प्रदर्शन की प्रशंसा की

मोदी ने मिताली, सिंधु और निशानेबाजों के प्रदर्शन की प्रशंसा की
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: March 28, 2021 11:48 am IST

नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 रन पूरा करने का रिकार्ड बनाने के लिये बधाई दी और उनके साथ स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और यहां चल रहे आईएसएसएफ विश्व कप में देश के निशानेबाजों के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा की।

मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मिताली के रिकार्ड का जिक्र किया और उन्हें महिलाओं ही नहीं बल्कि पुरूष क्रिकेटरों के लिये भी प्रेरणास्रोत बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘ भारत की क्रिकेटर मिताली राज का नया रिकार्ड। वह हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई। वनडे में सात हजार रन बनाने वाली भी वह अकेली अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हैं। ’’

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मोदी ने कहा, ‘‘ महिला क्रिकेट के क्षेत्र में उनका योगदान बहुत शानदार है। दो दशकों से ज्यादा के करियर में मिताली ने हजारों-लाखों को प्रेरित किया है। उनके कठोर परिश्रम और सफलता की कहानी, न सिर्फ महिला क्रिकेटरों, बल्कि, पुरुष क्रिकेटरों के लिए भी एक प्रेरणा है। ’’

उन्होंने मार्च के महीने में मनाये जाने वाले महिला दिवस का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘दिलचस्प है, इसी मार्च महीने में, जब हम महिला दिवस का जश्न मना रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने पदक और रिकार्ड अपने नाम किये हैं। दिल्ली में आयोजित आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में भारत शीर्ष स्थान पर रहा। स्वर्ण पदकों की संख्या के मामले में भी भारत ने बाजी मारी। ये भारत के महिला और पुरुष निशानेबाजों के शानदार प्रदर्शन की वजह से ही संभव हो पाया। ’’

भारत ने आईएसएसएफ विश्व कप में 15 स्वर्ण सहित कुल 30 पदक अपनी झोली में डाल लिये हैं।

मोदी ने साथ ही मौजूदा विश्व चैम्पियन बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु की प्रशंसा की जिन्होंने हाल में बीडब्ल्यूएफ स्विस ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में रजत पदक हासिल किया।

उन्होंने कहा, ‘‘सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ स्विस ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में रजत पदक जीता है। आज शिक्षा से लेकर उद्यमशीलता तक, सशस्त्र बलों से लेकिर विज्ञान एवं तकनीक तक, हर जगह देश की बेटियाँ, अपनी, अलग पहचान बना रही हैं। मुझे विशेष ख़ुशी इस बात से है, कि, बेटियाँ खेलों में, अपना एक नया मुकाम बना रही हैं। पेशेवर विकल्प के रूप में खेल एक पसंद बनकर उभर रहा है। ’’

भाषा नमिता पंत

पंत


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