नागल और श्रीवल्ली चमके, हॉक्स को हराकर ईगल्स फाइनल में, काइट्स से होगा सामना

नागल और श्रीवल्ली चमके, हॉक्स को हराकर ईगल्स फाइनल में, काइट्स से होगा सामना

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  • Publish Date - December 19, 2025 / 09:44 PM IST,
    Updated On - December 19, 2025 / 09:44 PM IST

बेंगलुरु, 19 दिसंबर (भाषा) भारतीय स्टार सुमित नागल और श्रीवल्ली भामिदीपति के अहम योगदान से ईगल्स ने हॉक्स को हराकर वर्ल्ड टेनिस लीग (डब्ल्यूटीएल) फाइनल में जगह बनाई जिसमें शनिवार को उसका सामना काइट्स से होगा।

लीग मैच में 22-12 की जीत से ईगल्स के कुल 65 अंक हो गए और हॉक्स के लीग मैच के आखिरी सेट के बाद 53 अंक रहे।

बाद में काइट्स ने अंतिम लीग मैच में फाल्कन्स को 24-19 से हराकर 58 अंक से खिताबी भिड़ंत में जगह बनाई। फाल्कन्स ने टूर्नामेंट का समापन 55 अंक से किया।

श्रीवल्ली के लिए दिन की एकमात्र निराशा मिश्रित युगल में मिली हार रही जिसमें उन्हें और गेल मोनफिल्स को युकी भांबरी और एलिना स्वितोलिना से 4-6 से पराजय मिली।

हॉक्स को दिन में और कोई सफलता नहीं मिली क्योंकि श्रीवल्ली ने डब्ल्यूटीएल में अपनी पहली उपस्थिति को यादगार बना दिया।

श्रीवल्ली ने महिला एकल में माया राजेश्वरन रेवती को 6-2 से आसानी से हराया।

इसके बाद 24 साल की दाएं हाथ की खिलाड़ी ने महिला युगल में पाउला बडोसा के साथ मिलकर माया और स्वितोलिना को 6-3 से मात दी।

नागल और दुनिया के 23वें नंबर के खिलाड़ी डेनिस शापोवालोव के बीच मैच शाम का मुख्य मैच होने की उम्मीद थी। लेकिन यह एकतरफा मुकाबला साबित हुआ। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कनाडाई खिलाड़ी गर्दन की चोट से जूझ रहा था।

शुरू से ही साफ था कि शापोवालोव अपनी सामान्य फॉर्म में नहीं थे, वह ठीक से दौड़ भी नहीं पा रहे थे।

जैसे ही नागल ने 3-0 की बढ़त बनाई, टूर्नामेंट अधिकारियों ने मोनफिल्स को शापोवालोव के लिए ‘हेल्पर’ के तौर पर आने की इजाजत दी। लेकिन इससे भी नतीजे पर कोई फर्क नहीं पड़ा और नागल ने आसानी से 6-1 से जीत हासिल की।

अंतिम लीग मैच से पहले फाल्कन्स के अनुभवी खिलाड़ी रोहन बोपन्ना को सम्मानित किया गया जिन्होंने हाल में शीर्ष स्तर के टेनिस से संन्यास लिया है।

काइट्स के दक्षिणेश्वर सुरेश ने अहम पुरुष एकल में फाल्कन्स के पूर्व अमेरिकी ओपन चैंपियन और नंबर एक खिलाड़ी डेनियल मेदवेदेव पर यादगार जीत हासिल की।

दक्षिणेश्वर ने मुकाबला 6-4 से जीता। लीग चरण के अंतिम मैच से पहले काइट्स (52) और फाल्कन्स (51) में महज एक अंक का अंतर था जिससे शनिवार को फाइनल में पहुंचने के लिए दोनों के लिए जीत जरूरी थी।

सुरेश ने बड़े सर्व और ‘पावर गेम’ का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करके अपने से बेहतरीन प्रतिद्वंद्वी को मात दी। मेदवेदेव 30-40 से पीछे चल रहे थे और पांचवें गेम में डबल फॉल्ट मैच के नतीजे के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई।

मैच के बाद सुरेश ने कहा, ‘‘मैं बस अपनी मजबूती पर ध्यान दे रहा था और खुश हूं कि इसका फायदा भी मिला। मेदवेदेव के खिलाफ खेलना बहुत अच्छा रहा। अपने लिए और टीम के लिए जीत दर्ज करके खुश हूं। ’’

काइट्स के लिए मार्टा कोस्तयुक ने महिला एकल में माग्डा लिनेट को 6-4 से तथा दक्षिणेश्वर और कोस्तयुक ने मिश्रित युगल में रोहन बोपन्ना और सहजा यमलापल्ली को 6-4 से शिकस्त दी।

पुरुष युगल में बोपन्ना और मेदवेदेव ने दक्षिणेश्वर और निक किर्गियोस की जोड़ी को 7-6 से पराजित किया।

भाषा नमिता मोना

मोना