(तस्वीरों के साथ) …. भरत शर्मा …
लंदन, चार अगस्त (भाषा) भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में छह रन की नाटकीय जीत दर्ज करने के बाद सोमवार को इस प्रारूप से छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दी। टेस्ट क्रिकेट पर फ्रेंचाइजी क्रिकेट के कारण खतरे की बात की जा रही है लेकिन इस श्रृंखला के पांचों मैच पांचवें दिन तक चले और रोमांचक बने रहे। गिल ने चुटिले अंदाज में कहा कि अगर टेस्ट मैच चार दिवसीय होते तो इस श्रृंखला के चार मैच ड्रॉ पर समाप्त होते। गिल ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मेरे विचार से टेस्ट क्रिकेट जैसा है वैसा ही रहना चाहिए क्योंकि यह सबसे फायदेमंद और संतोषजनक प्रारूप है। इसमें जीत हासिल करने के लिए आपको सबसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और इस प्रारूप की सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपको हमेशा दूसरा मौका देता है, जो किसी अन्य प्रारूप में संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आप अगर कड़ी मेहनत और सही दिशा में काम करते रहेंगे तो आपके पास हमेशा दूसरा मौका होगा। मेरी राय में यह सबसे फायदेमंद और संतोषजनक प्रारूप है। मुझे नहीं लगता कि इस प्रारूप में कोई बदलाव किया जाना चाहिए।’’ कंधे की चोट के कारण वह ओवल टेस्ट नहीं खेल पाये इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि इस श्रृंखला का हिस्सा बनना खास था। उन्होंने इस भारत और इंग्लैंड की प्रतिद्वंद्विता की एशेज से तुलना करने से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि भारत और इंग्लैंड के बीच हमेशा से एक बहुत बड़ी प्रतिद्वंद्विता रही है। इसमें सिर्फ एशेज जैसा नाम जुड़ा हुआ नहीं है। लेकिन यह श्रृंखला हमेशा से बड़ी रही है। मुझे नहीं लगता कि यह बदलेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका हिस्सा बनना काफी खास रहा है। हर मैच में उतार-चढ़ाव, और रोमांच बना रहा। कभी भारत का पलड़ा भारी रहा, तो कभी हमारा।’’ इस श्रृंखला ने स्टोक्स को 2023 में घरेलू मैदान पर हुई एशेज की याद दिला दी। उन्होंने कहा, ‘‘ इस श्रृंखला का हिस्सा बनना और इस तरह के पांच मैचों का अनुभव करना बहुत खास रहा है। 2023 में एशेज के दौरान भी हम ऐसी ही स्थिति में थे जब हमें यहां आकर मैच जीतना था। वह भी एक खास श्रृंखला थी जिसका मैं हिस्सा था।’’ भाषा आनन्द सुधीरसुधीर