प्रबल दावेदारों को पछाड़कर रेलवे के प्रणव प्रमोद को पुरुषों की 100 मीट दौड़ में स्वर्ण पदक

प्रबल दावेदारों को पछाड़कर रेलवे के प्रणव प्रमोद को पुरुषों की 100 मीट दौड़ में स्वर्ण पदक

प्रबल दावेदारों को पछाड़कर रेलवे के प्रणव प्रमोद को पुरुषों की 100 मीट दौड़ में स्वर्ण पदक
Modified Date: April 21, 2025 / 09:05 pm IST
Published Date: April 21, 2025 9:05 pm IST

कोच्चि, 21 अप्रैल (भाषा) रेलवे के धावक प्रणव प्रमोद सोमवार को यहां प्रबल दावेदारों को पछाड़कर राष्ट्रीय महासंघ सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता पुरुषों की 100 मीटर दौड़ जीतने में सफल रहे। ।

फरवरी में उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक जीतने वाले 23 वर्षीय प्रणव ने चार दिवसीय प्रतियोगिता के शुरूआती दिन 10.27 सेकेंड के समय के साथ पहला स्थान हासिल किया।

प्रमोद ने राष्ट्रीय खेलों में रजत जीतने वाले अपने 10.32 सेकेंड के समय में सुधार किया लेकिन भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा निर्धारित एशियाई चैंपियनशिप के 10.25 सेकेंड के क्वालीफाइंग समय से चूक गए।

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ओडिशा के अनिमेष कुजूर और कर्नाटक के मणिकांत होबलीधर 10.32 सेकेंड और 10.35 सेकेंड के समय के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

रिलायंस के एथलीट गुरिंदरवीर सिंह रंग में नहीं दिखे और 11.21 सेकेंड के समय से आठवें और अंतिम स्थान पर रहे।

पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड के सचिन यादव ने साबित किया कि उनमें उज्जवल संभावना है। उन्होंने 83.86 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता जो उन्होंने पांचवें प्रयास में हासिल किया।

यादव विश्व एथलेटिक्स वर्ग ए स्पर्धा ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक भाला फेंक प्रतियोगिता’ में हिस्सा लेने के लिए एक मजबूत दावेदार होंगे जिसकी मेजबानी यह सुपरस्टार खुद 24 मई को बेंगलुरु में कर रहा है। इस प्रतियोगिता के शुरूआती चरण में तीन से चार भारतीय हिस्सा लेने वाले हैं।

यादव (25 वर्ष) ने उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता था जिसमें 84.39 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के बाद उनका टखना मुड़ गया था। वह इस महीने की शुरुआत में रांची में इंडियन ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता में फिर से मैदान में लौटे जहां उन्होंने 70.62 मीटर के मामूली थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था।

रेलवे के यशवीर सिंह (80.85 मीटर) और रिलायंस के साहिल सिलवाल (77.84 मीटर) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता किशोर जेना (77.82 मीटर) चौथे स्थान पर रहे।

तेलंगाना की नित्या गंधे 11.50 सेकेंड के समय से प्रतियोगिता की सबसे तेज महिला धावक बनी। तमिलनाडु की अभिनया राजराजन (11.54 सेकेंड) और कर्नाटक की स्नेहा एसएस (11.62 सेकेंड) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।

सुबह के सत्र में सेना के धावक सावन बरवाल ने पुरुषों की 10,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान मीट रिकॉर्ड में सुधार किया और एशियाई चैंपियनशिप क्वालीफाइंग मार्क भी पार किया।

बरवाल ने 28:57.13 का समय लेकर 2007 में कोलकाता में सुरेंद्र सिंह द्वारा बनाए गए 28:57.90 के पिछले मीट रिकॉर्ड को बेहतर बनाया। पुरुषों की 10,000 मीटर दौड़ में एएफआई का क्वालीफिकेशन समय 29:33.26 है।

रेस के बाद बातचीत में बरवाल ने कहा, ‘‘मीट रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर और महाद्वीपीय प्रतियोगिता के क्वालीफिकेशन मार्क को पार करके मैं खुश हूं।’’

रेलवे का प्रतिनिधित्व कर रहे अभिषेक पाल ने 29:14.86 के समय के साथ रजत पदक जीता। पाल एशियाई चैंपियनशिप के क्वालीफिकेशन समय 29:33.26 से भी पीछे रह गए। सेना के किरण मात्रे ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने 29:47.62 का समय निकाला।

महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़ का स्वर्ण महाराष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय धावक संजीवनी जाधव ने जीता जिन्होंने 33:44.43 का समय निकाला था। पर वह एशियाई चैंपियनशिप के क्वालीफिकेशन समय 33:24.79 से चूक गईं।

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर


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