शार्दुल ठाकुर का शतक, मुंबई ने 207 रन की बढ़त हासिल की |

शार्दुल ठाकुर का शतक, मुंबई ने 207 रन की बढ़त हासिल की

शार्दुल ठाकुर का शतक, मुंबई ने 207 रन की बढ़त हासिल की

:   Modified Date:  March 3, 2024 / 06:34 PM IST, Published Date : March 3, 2024/6:34 pm IST

मुंबई, तीन मार्च (भाषा) शार्दुल ठाकुर की 109 रन की शतकीय पारी और तनुष कोटियान की नाबाद 74 रन की अर्धशतकीय पारी आर साई किशोर के छह विकेट के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन पर भारी पड़ गयी जिससे मुंबई ने रविवार को यहां रणजी ट्राफी सेमीफाइनल के दूसरे दिन तमिलनाडु पर पहली पारी के आधार पर 207 रन की बढ़त बना ली।

मुंबई ने एक समय 106 रन पर सात विकेट गंवा दिये थे जिसके बाद ठाकुर ने महज 104 गेंद में 13 चौके और चार छक्के की मदद से शतकीय पारी खेलकर टीम को वापसी करायी।

तमिलनाडु के पहली पारी में 146 रन के जवाब में स्टंप तक मुंबई ने नौ विकेट गंवाकर 353 रन बना लिये थे जिसमें साई किशोर ने उसके छह बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।

मुंबई ने सुबह दो विकेट पर 45 रन से आगे खेलना शुरू किया। इसके बाद श्रेयस अय्यर को छोड़कर साई किशोर (97 रन देकर छह विकेट) ने मुंबई के पांच विकेट झटके दिये। अय्यर (03) तेज गेंदबाज संदीप वारियर का शिकार हुए जिससे तमिलनाडु मेजबान टीम की बराबरी पर लग रही थी।

लेकिन ठाकुर ने तमिलनाडु के प्रत्येक गेंदबाज पर दबाव बनाया और महत्वपूर्ण साझेदारी की बदौलत मुंबई को बढ़त दिलायी।

ठाकुर ने हार्दिक तमोर (35 रन) के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 105 रन की शतकीय साझेदारी के बाद कोटियान के साथ नौवें विकेट के लिए 79 रन की भागीदारी की।

ठाकुर ने इच्छानुसार रन जुटाये और गेंद को सीमारेखा पार कराने का एक भी मौका नहीं छोड़ा जिससे इस दौरान उन्होंने छक्के से सभी प्रारूपों में अपना पहला शतक भी जड़ दिया।

हालांकि वह इस दौरान टखने संबंधित समस्या से परेशान रहे और अंत में तीसरे सत्र में कुलदीप सेन (65 रन देकर दो विकेट) का शिकार हुए।

इससे पिछले मैच में शानदार उपलब्धि अपने नाम कर चुकी कोटियान और तुषार देशपांडे की जोड़ी फिर से एक साथ क्रीज पर मौजूद थी।

पिछले मैच में 10वें विकेट के लिए 232 रन की साझेदारी निभाने वाले कोटियान और देशपांडे ने फिर 10वें विकेट के लिए नाबाद 63 रन जोड़ लिये हैं।

देशपांडे 17 रन बनाकर और कोटियान 109 गेंद में 10 चौके से 74 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं।

मुंबई के पुछल्ले बल्लेबाजों ने अगर इतना शानदार प्रदर्शन नहीं किया होता तो टीम इतनी विशाल बढ़त नहीं बना पाती क्योंकि इस मैच में उसके ज्यादा महत्वपूर्ण बल्लेबाज फिसड्डी साबित हुए।

बादलों भरे आसमान में बीकेसी मैदान पर साई किशोर का तेज गेंदबाजों के मुफीद पिच पर खुद गेंदबाजी करने का फैसला हैरानी भरा लगा।

लेकिन तमिलनाडु के कप्तान और इस रणजी सत्र में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले साई किशोर ने मुंबई के बल्लेबाजों पर दबाव बनाकर अपने फैसले को सही साबित किया। उन्होंने पहले सत्र में 17 ओवर में छह मेडन से 28 रन देकर चार विकेट झटके।

रात्रिप्रहरी मोहित अवस्थी (02) को स्टंप आउट करवाने के बाद साई किशोर ने अजिंक्य रहाणे (19 रन) को पहली स्लिप में कैच आउट कराया।

अय्यर फिर महज तीन रन बनाकर तमिलनाडु के तेज गेंदबाज वारियर की गेंद पर आउट हो गये जिससे मुंबई की परेशानी बढ़ गयी।

लेकिन मुशीर (55 रन) ने 131 गेंद खेलकर छह चौके की मदद से अर्धशतक जड़ते हुए टीम के लिए रन जुटाने की जिम्मेदारी बखूबी निभायी। पर वह ध्यान भंग होने से साई किशोर की गेंद पर विकेटकीपर एन जगदीशन के स्टंप उखाड़ने से आउट हुए।

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)