सिंधू की शीर्ष पांच में वापसी, प्रणय नवीनतम बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 12वें स्थान पर पहुंचे

सिंधू की शीर्ष पांच में वापसी, प्रणय नवीनतम बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 12वें स्थान पर पहुंचे

सिंधू की शीर्ष पांच में वापसी, प्रणय नवीनतम बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 12वें स्थान पर पहुंचे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: October 25, 2022 4:00 pm IST

नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और थॉमस कप विजेता टीम का हिस्सा रहे एचएस प्रणय मंगलवार को जारी बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) की विश्व रैंकिंग में महिला और पुरुष एकल में एक-एक स्थान के फायदे के साथ क्रमश: पांचवें और 12वें स्थान पर पहुंच गए।

अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान टखने में लीग चोट के कारण तब से प्रतिस्पर्धी बैडमिंटन से दूर सिंधू के 26 टूर्नामेंट में 87218 अंक हैं।

दुनिया की दूसरे नंबर की पूर्व खिलाड़ी सिंधू ने तीन साल बाद शीर्ष पांच में दोबारा जगह बनाई है। हैदराबाद की रहने वाली पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू ने चोट से उबरने बाद सोमवार को दोबारा ट्रेनिंग शुरू की।

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पुरुष एकल में प्रणल ने डेनमार्क ओपन 750 टूर्नामेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद से रैंकिंग में आगे बढ़ना जारी रखा है। रेस टू ग्वांग्झू रैंकिंग में शीर्ष पर चल रहे 30 साल के प्रणय के 26 टूर्नामेंट में 64330 अंक हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य सेन और राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता किदांबी श्रीकांत क्रमश: आठवें और 11वें नंबर पर बने हुए हैं।

बर्मिंघम खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी भी आठवें स्थान पर बरकरार है।

एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला पुरुष युगल रैंकिंग में दो स्थान के फायदे से 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं।

त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी तथा इशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो की महिला युगल जोड़ी क्रमश: 27वें और 29वें स्थान के साथ करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल करने में सफल रहे।

अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की महिला युगल जोड़ी हालांकि 24वें स्थान पर खिसक गई है। राष्ट्रमंडल खेलों की दो बार की स्वर्ण पदक विजेता साइना नेहवाल भी महिला एकल रैंकिंग में एक स्थान के नुकसान से 33वें पायदान पर हैं।

भाषा सुधीर आनन्द

आनन्द


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