सिंधू को टूर्नामेंट का चयन करना होगा : साइना नेहवाल

सिंधू को टूर्नामेंट का चयन करना होगा : साइना नेहवाल

सिंधू को टूर्नामेंट का चयन करना होगा : साइना नेहवाल
Modified Date: September 27, 2025 / 07:35 pm IST
Published Date: September 27, 2025 7:35 pm IST

मुंबई, 27 सितंबर (भाषा) लंदन ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल का मानना ​​है कि दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू जानती हैं कि बड़े टूर्नामेंट किस तरह जीते जाते हैं लेकिन जैसे वह 30 की उम्र में प्रवेश कर रही हैं तो उन्हें समझदारी से प्रतियोगिताओं का चयन करना होगा।

तीस साल की सिंधू के लिए यह साल बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है। उन्हें कई बार पहले और दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा है लेकिन पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर उन्होंने वापसी के संकेत दिए।

नेहवाल ने यहां एक कार्यक्रम के इतर पीटीआई से कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि एक निश्चित उम्र के बाद आप अच्छा नहीं कर सकते। यह निश्चित रूप से संभव है, लेकिन आपको उन टूर्नामेंटों पर ध्यान देना होगा जिनमें आप अच्छा करना चाहते हैं। ’’

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उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी टूर्नामेंटों में अच्छा नहीं कर सकते क्योंकि यह मुश्किल होता है। इस उम्र में जब आप अपनी रैंकिंग बनाए रखने के लिए लगातार इतने सारे टूर्नामेंट खेल रहे होते हैं तो जाहिर है आपको एक निश्चित दौर तक तो पहुंचना ही होगा। ’’

नेहवाल ने कहा, ‘‘लेकिन अगर आप जीतना चाहते हैं जैसे विश्व चैंपियनशिप या एशियाई चैंपियनशिप तो आपको उन टूर्नामेंटों में पूरी ताकत लगानी होगी। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि 28-29 साल की उम्र के बाद शरीर की उबरने की क्षमता काफी धीमी होती है। निश्चित रूप से आपको बहुत कड़ी ट्रेनिंग करनी होगी, लेकिन पांच दिनों तक हर दिन जोर लगाना आसान नहीं है। ’’

नेहवाल ने कहा कि आने वाले टूर्नामेंट से सिंधू की फॉर्म के बारे में पता चलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगले कुछ टूर्नामेंटों में देखते हैं उसका प्रदर्शन कैसा रहता है क्योंकि विश्व चैंपियनशिप के बाद उसने अच्छा प्रदर्शन किया है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप नहीं जानते कि चीजें कब बदल जाएंगी क्योंकि वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। वह जानती है कि टूर्नामेंट कैसे जीते जाते हैं। कभी कभी एक निश्चित उम्र के बाद शरीर के लिए मुश्किलें आती हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि वह अच्छा कर सकती हैं। ’’

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द


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