स्वियातेक ने जीता अपना पहला विंबलडन खिताब

स्वियातेक ने जीता अपना पहला विंबलडन खिताब

स्वियातेक ने जीता अपना पहला विंबलडन खिताब
Modified Date: July 12, 2025 / 10:22 pm IST
Published Date: July 12, 2025 10:22 pm IST

लंदन, 12 जुलाई (एपी) पोलैंड की इगा स्वियातेक ने शनिवार को यहां अमेरिका की अमांडा अनिसिमोवा को 6-0, 6-0 से हराकर पहली बार विंबलडन और छठा ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किया। यह 114 वर्षों में विंबलडन का पहला महिला फाइनल था जिसमें प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी एक भी गेम नहीं जीत सकी।

फ्रेंच ओपन में चार और अमेरिकी ओपन में एक ट्रॉफी जीतने वाली 24 वर्षीय स्वियातेक ने सेंटर कोर्ट पर धूप भरी दोपहर में केवल 57 मिनट में 13वीं वरीयता प्राप्त अनिसिमोवा को हराकर आखिरकार ग्रासकोर्ट पर अपनी पहली ट्रॉफी जीत ली।

इस तरह स्वियातेक विंबलडन में लगातार आठवीं बार पहली बार महिला चैंपियन बनी हैं।

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आठवीं वरीय स्वियातेक कुल अंक में 55-24 से आगे रहीं और इस दौरान उन्होंने महज 10 विनर लगाए। पहली बार ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची 23 वर्षीय अनिसिमोवा शुरुआत से ही लड़खड़ाती रहीं और 28 ‘अनफोर्स्ड’ गलतियां कर बैठीं।

स्वियातेक ने इस तरह लंबे समय से चले आ रहे ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर दिया। उन्होंने पिछली ट्रॉफी एक साल से भी ज्यादा समय पहले जून 2024 में रोलां गैरां में जीती थी।

वेल्स की राजकुमारी केट शनिवार को रॉयल बॉक्स में बैठी थीं और बाद में कोर्ट पर हुए समारोह में भी शामिल हुईं।

स्वियातेक की जीत बाकियों से अलग है क्योंकि यह उन्हें दबदबे भरे शानदार प्रदर्शन से मिली। अनिसिमोवा ने सेमीफाइनल में शीर्ष रैंकिंग की खिलाड़ी आर्यना सबालेंका को हराया था लेकिन शनिवार को ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि वह वहीं खिलाड़ी थीं।

जब मैच खत्म हुआ तो स्वियातेक अपनी टीम के साथ जश्न मनाने के लिए स्टैंड में चढ़ गईं जबकि अनिसिमोवा के आंसू निकल रहे थे।

इससे पहले 1911 में डोरोथिया लैम्बर्ट चेम्बर्स ने ऐसी प्रभावशाली जीत दर्ज की थी। उन्होंने डोरा बूथबी को 6-0, 6-0 से हराया था।

स्वियातेक इससे पहले ऑल इंग्लैंड क्लब के क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं पहुंच सकी थीं। ग्रास कोर्ट पर उनका एकमात्र फाइनल विंबलडन शुरू होने से ठीक पहले जर्मनी में एक तैयारी टूर्नामेंट था जिसमें वह वह उपविजेता रही थीं।

स्वियातेक 2022, 2023 और 2024 में ज्यादातर समय डब्ल्यूटीए रैंकिंग में शीर्ष पर रही थीं। लेकिन एक साल से अधिक समय तक कहीं भी खिताब नहीं जीतने के बाद उन्हें विंबलडन में आठवीं वरीयता मिली।

पिछले साल प्रतियोगिता से बाहर हुई जांच में विफल होने के बाद उन पर एक महीने का डोपिंग प्रतिबंध लगा था। इसके बाद जांच में पता चला कि उन्होंने अनजाने में नींद नहीं आने और ‘जेट लैग’ के लिए दवाई का इस्तेमाल किया था।

न्यू जर्सी में जन्मी और फ्लोरिडा में पली-बढ़ी अनिसिमोवा 17 साल की उम्र में 2019 फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं।

अनिसिमोवा 2023 में ‘बर्नआउट’ (थकान) से निपटने के लिए मानसिक स्वास्थ्य अवकाश के दौरान वह टूर्नामेंट से बाहर रही थी। इसके बाद एक साल पहले उनकी रैंकिंग इतनी कम थी कि वह विंबलडन में स्वतः प्रवेश नहीं पा सकी और क्वालीफाइंग दौर के दौरान हार गई।

अनिसिमोवा अगले हफ्ते पहली बार रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह बनाएंगी।

एपी नमिता आनन्द

आनन्द


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