टाटा स्टील शतरंज: छह साल बाद आनंद की वापसी, गुकेश से भी होगी भिड़ंत

टाटा स्टील शतरंज: छह साल बाद आनंद की वापसी, गुकेश से भी होगी भिड़ंत

टाटा स्टील शतरंज: छह साल बाद आनंद की वापसी, गुकेश से भी होगी भिड़ंत
Modified Date: December 17, 2025 / 05:05 pm IST
Published Date: December 17, 2025 5:05 pm IST

कोलकाता, 17 दिसंबर (भाषा) यह एक गुरु और उनके शिष्य के बीच एक जबरदस्त मुकाबला होगा जब पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद छह साल बाद प्रतिस्पर्धी मुकाबले में वापसी करेंगे और सात से 11 जनवरी तक यहां सातवें टाटा स्टील शतरंज में मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश और अपने दूसरे पूर्व शिष्यों का सामना करेंगे।

पिछली बार 2019 में टूर्नामेंट खेलने वाले आनंद भारतीय सितारों की नई पीढ़ी के खिलाफ वापसी करेंगे जिसमें गुकेश सबसे आगे हैं। आनंद ने गुकेश का हाल के वर्षों में अपनी वेस्टब्रिज आनंद शतरंज अकादमी में करीब से मार्गदर्शन (मेंटर) किया है।

यह पहली बार होगा जब ये दोनों विश्व चैंपियन भारतीय धरती पर किसी व्यक्तिगत टूर्नामेंट में आपस में भिड़ेंगे।

 ⁠

टाटा स्टील शतरंज इंडिया ‘धोनो धन्यो ऑडिटोरियम’ में आयोजित किया जाएगा जिसमें रैपिड और ब्लिट्ज दोनों प्रारूप में ओपन और महिला दोनों वर्ग होंगे और दोनों वर्ग के लिए समान पुरस्कार राशि होगी।

ओपन वर्ग में फिडे विश्व कप उप विजेता वेई यी, पूर्व अमेरिकी चैंपियन वेस्ली सो, हेन्स नीमेन, वोलोडार मुर्जिन और आर प्रज्ञानानंदा तथा अर्जुन एरिगेसी सहित एक मजबूत भारतीय दल भी शामिल होगा।

अन्य भारतीयों में विदित गुजराती, अरविंद चिदंबरम, दिव्या देशमुख, वैशाली आर, वंतिका अग्रवाल और रक्षिता रवि शामिल हैं।

महिलाओं के वर्ग में विश्व कप विजेता दिव्या के साथ पूर्व विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर एलेक्जेंड्रा गोरियाचकिना, कैटरीना लेग्नो, नेना डजाग्निदजे, डी हरिका और कैरिसा यिप मुख्य आकर्षण होंगी।

खिलाड़ी के तौर पर वापसी को लेकर उत्साहित आनंद ने कहा, ‘‘भारत सहित पूरी दुनिया में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के उभरने से शतरंज की दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव आया है।’’

उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैं भारत के इस बड़े टूर्नामेंट में युवा दिग्गज शतरंज खिलाड़ियों की चुनौती स्वीकार करने के लिए बहुत उत्साहित हूं।’’

टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (कॉर्पोरेट सर्विसेज) डी बी सुंदर रामम ने कहा कि आनंद की वापसी ने इस प्रतियोगिता में एक खास आयाम जोड़ा है।

टूर्नामेंट निदेशक दिब्येंदु बरुआ ने कहा कि यह प्रतियोगिता विश्व स्तर पर प्रमुख शतरंज टूर्नामेंट में से एक बन गई है और आनंद का अपने छात्रों और शिष्यों का सामना करना भारतीय शतरंज में मशाल अगली पीढ़ी को सौंपने का प्रतीक है।

भाषा सुधीर मोना

मोना


लेखक के बारे में