वैशाली का लक्ष्य: प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना और कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना

वैशाली का लक्ष्य: प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना और कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना

वैशाली का लक्ष्य: प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना और कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना
Modified Date: February 11, 2025 / 01:49 pm IST
Published Date: February 11, 2025 1:49 pm IST

नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली ने इस साल के लिए दो लक्ष्य तय किए हैं– अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना और प्रतिष्ठित कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना।

इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन किया था और कई उपलब्धियां हासिल की थी। इनमें ग्रैंडमास्टर खिताब हासिल करने वाली तीसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनना, शतरंज ओलंपियाड में भारतीय महिला टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाना और विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतना शामिल है।

वैशाली ने पीटीआई से कहा, ‘‘मेरा मुख्य लक्ष्य लगातार अच्छा प्रदर्शन करना और कुछ अच्छे मैच खेलना है।’’

 ⁠

उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से साल के अंत तक मेरा लक्ष्य कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना है। मुझे पिछले साल कैंडीडेट्स टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला था और मुझे उम्मीद है कि मैं फिर से इसके लिए क्वालीफाई करने में सफल रहूंगी।’’

महिला कैंडीडेट्स टूर्नामेंट की विजेता खिलाड़ी विश्व शतरंज चैंपियनशिप में खेलती है।

वैशाली ने कहा कि विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतना उनके लिए महत्वपूर्ण रहा क्योंकि इससे पहले कुछ प्रतियोगिताओं में वह अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई थी।

उन्होंने कहा,‘‘यह मेरा आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण परिणाम था क्योंकि इससे पहले कुछ टूर्नामेंट में मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। कांस्य पदक के साथ साल का समापन करना शानदार रहा।’’

वैशाली ने कहा, ‘‘बीता हुआ साल मेरे लिए मिश्रित सफलता वाला रहा। मैंने कुछ अच्छे परिणाम हासिल किए लेकिन इसके साथ ही कुछ रेटिंग अंक भी गंवाए। यह बेहद दिलचस्प अनुभव रहा।’’

उन्होंने कहा,‘‘मुझे राउंड रोबिन पर आधारित प्रमुख प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिला। मैंने कैंडीडेट्स जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। कुल मिलाकर सीखने के लिहाज से पिछला साल मेरे लिए बहुत अच्छा रहा।’’

भाषा

पंत

पंत


लेखक के बारे में