नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि भारत को विश्व कप के लिए टीम का चयन मौजूदा फॉर्म और खेल को बदलने वाले प्रभाव के आधार पर करना चाहिए तथा किसी विशिष्ट स्थान के लिए किसी ‘प्रबल दावेदार’ को तरजीह नहीं देनी चाहिए।
पांच अक्टूबर से शुरू हो रहे एकदिवसीय विश्व कप से पहले भारत श्रीलंका में एशिया कप और फिर इसके बाद स्वदेश में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की श्रृंखला खेलेगा।
आगामी एशिया कप के लिए भारतीय टीम पर चर्चा करते हुए गंभीर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘एक बात तो स्पष्ट है जब आप विश्व कप जीतने का प्रयास करते हैं तो किसी स्थान के लिए कोई प्रबल दावेदार नहीं होता।’’
चोट से उबरने वाले लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर को भी एशिया कप की 17 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है जबकि बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा भी टीम का हिस्सा हैं जिन्हें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में पदार्पण का इंतजार है।
भारतीय चयनकर्ताओं ने एक बार फिर सूर्यकुमार यादव पर भरोसा जताया है जो अब तक एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं। इशान किशन को राहुल के बाद दूसरे विकेटकीपर के रूप में चुना गया है।
गंभीर ने कहा, ‘‘जैसा कि (भारतीय टीम के कप्तान) रोहित शर्मा ने कहा, किसी भी खिलाड़ी की जगह की गारंटी नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चोट के बाद श्रेयस अय्यर और लोकेश राहुल की वापसी होना अच्छा है लेकिन अगर उन्हें एकादश में जगह बनानी है तो प्रदर्शन करना होगा।’’
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘अगर तिलक वर्मा किसी से बेहतर फॉर्म में है। अगर सूर्यकुमार यादव श्रेयस अय्यर या लोकेश राहुल या इशान किशन से बेहतर फॉर्म में है जो आपको उसे मौका देना चाहिए।’’
गंभीर ने सूर्यकुमार को लंबे समय तक मौका देने के फैसले की भी सराहना की।
एकादश में बाएं हाथ के तीन बल्लेबाजों को शामिल करने की बहस पर गंभीर ने कहा कि फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी को मौका मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने पहले कहा, फॉर्म महत्वपूर्ण है। यह बेकार की बहस है कि कौन दाएं हाथ का या कौन बाएं हाथ का बल्लेबाज है या क्या हमें बाएं हाथ के तीन बल्लेबाजों को खिलाना चाहिए।’’
गंभीर ने कहा, ‘‘यह कोई बाध्यता नहीं है कि आपको टीम में बाएं हाथ के खिलाड़ी को रखना होगा या आपको एकादश में तीन बाएं हाथ के खिलाड़ियों को रखना होगा।’’
भाषा सुधीर पंत
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