…देवार्चित वर्मा…
मुंबई, 12 दिसंबर (भाषा) भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने कहा कि शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर की शुरुआत के बावजूद पारंपरिक विश्व चैंपियनशिप अपना वर्चस्व बरकरार रहेगा। शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर अगले साल प्रायोगिक चरण में शुरू होने वाला है। शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर 2027 से वार्षिक आयोजन होगा जिसका उद्देश्य ‘फास्ट’, क्लासिक, रैपिड एवं ब्लिट्ज शतरंज की तीनों विधाओं में चैंपियन तय करना है जबकि विश्व चैंपियनशिप क्लासिकल प्रारूप में आयोजित की जाती है। प्रज्ञानानंदा ने धारवी शतरंज चैंपियनशिप के इतर ‘पीटीआई’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैंने अभी नियमों को ठीक से नहीं पढ़ा है इसलिए मुझे नहीं पता कि सब कुछ कैसे आयोजित होने वाला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे इतना पता है कि उस प्रतियोगिता (विश्व चैंपियनशिप ) का विजेता कैंडिडेट्स के रूप में क्वालीफाई करेगा, जिसके मायने यह है कि विश्व चैंपियनशिप अब भी प्राथमिकता है।’’ नॉर्वे शतरंज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केजेल मैडलैंड ने इस साल अक्टूबर में ‘पीटीआई’ को बताया था कि शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर के लिए अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के साथ एक दीर्घकालिक समझौता किया गया है। इस नये टूर्नामेंट को फिडे से आधिकारिक तौर पर मंजूरी मिल चुकी है। प्रज्ञानानंदा ने कहा कि नए टूर्नामेंटों से खिलाड़ियों के लिए शतरंज से जीविका कमाने के अवसर बढ़ेंगे। इसमें कुछ खिलाड़ी रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज की ओर भी रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि खिलाड़ियों के लिए खेलने के नए अवसर मिल रहे हैं और चूंकि हमारे पास इतने सारे खिलाड़ी हैं, इसलिए उन्हें खेलने के अधिक अवसर मिलना अद्भुत है। इस लिहाज से नए टूर्नामेंटों का आयोजन होना बहुत अच्छा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रारूपों की बात करें तो, उनमें लगातार बदलाव हो रहे हैं। मुझे नहीं पता कि यह अच्छी बात है या बुरी, लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे लगता है कि हर प्रारूप में ढलना कभी-कभी मुश्किल होता है।’’ कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले इकलौते भारतीय प्रज्ञानानंदा ने कहा, ‘‘लेकिन यह भी अच्छी बात है कि हमारे पास इतने सारे टूर्नामेंट हैं जिनमें खिलाड़ी भाग ले सकते हैं और खेलकर अपनी आजीविका कमा सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि विश्व चैंपियनशिप की तैयारी अन्य टूर्नामेंटों की तरह ही रहेगी। प्रज्ञानानंदा अगर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतते है तो उनके सामने विश्व चैंपियनशिप में हमवतन डी गुकेश की चुनौती होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हर चीज (आराम और मानसिक तैयारी सहित) महत्वपूर्ण है, मैं हर चीज पर ध्यान केंद्रित करने और इसके लिए अच्छी तैयारी करने की कोशिश करूंगा और फिर देखेंगे कि क्या होता है।’’ भाषा आनन्द नमितानमिता