कोरबा: SECL क्षेत्र में 1 महीने के अंदर 3 स्वाइन फ्लू के मरीज मिले
कोरबा: SECL क्षेत्र में 1 महीने के अंदर 3 स्वाइन फ्लू के मरीज मिले
कोरबा के SECL क्षेत्र में 1 महीने के भीतर ही 3 स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ चुके हैं स्वास्थ्य विभाग ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर रखा है. स्वाइन फ्लू से निपटने के साथ ही मौसमी बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कड़े निर्देश जारी किए हैं. मगर SECL के अस्पताल का जो सच हम आपको दिखाने जा रहे हैं देखकर आप चौक जाएंगे. मरीजों को दवाइयां लिखता ये शख्स और उन पर्चियों को देख कर दवा देती ये महिला.
इस नजारे को देखकर आपको लग रहा होगा कि अस्पताल में सब कुछ ठीक चल रहा है. यहाँ डॉक्टर भी मौजूद हैं. दवा देने वाले फार्मसिस्ट भी. मगर जनाब जरा रुकिए क्योंकि पर्ची पर दवा लिख रहा ये शख्स कोई डॉक्टर नहीं बल्कि अस्पताल का ड्रेसर है और पर्चियों को देखकर दवा देती ये कोई फार्मासिस्ट नहीं बल्कि अस्पताल की प्यून है. कोरबा के एसईसीएल क्षेत्र के बलगी अस्पताल की ये हालत है. जहां मरीजों का इलाज ड्रेसर और चपरासी कर रहे हैं. यहां कुमारी वीणा चिकित्सक के तौर पर तैनात है लेकिन डॉक्टर मैडम की अनुपस्थिति में ड्रेसर को दवा लिखने और प्यून को दवा देने की खुली छूट दे रखी है.
सबसे बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा तो अस्पताल की मैटरन ने किया. उन्होंने बताया कि डॉक्टर मैडम कुसमुंडा में रहती हैं और उन्होंने ही ड्रेसर और प्यून को ऐसा करने के लिए निर्देशित किया है. यही नहीं मैडम मरीजों का इलाज फोन पर करती हैं. ये नजारा बताने के लिए काफी है कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का SECL के अस्पताल किस कदर मखौल उड़ा रहे हैं. ऐसे में लगता है कि SECL को कोयले के उत्पादन में ज्यादा दिलचस्पी है उनके कर्मियों के हेल्थ से कोई सरोकार नहीं.

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