विहिप धर्मसंसद का अखाड़ा परिषद ने किया बहिष्कार, सभी संत 4 मार्च के बाद अयोध्या कूच करेंगे

विहिप धर्मसंसद का अखाड़ा परिषद ने किया बहिष्कार, सभी संत 4 मार्च के बाद अयोध्या कूच करेंगे

विहिप धर्मसंसद का अखाड़ा परिषद ने किया बहिष्कार, सभी संत 4 मार्च के बाद अयोध्या कूच करेंगे
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 pm IST
Published Date: January 31, 2019 6:38 am IST

प्रयागराज। विहिप की धर्म संसद का अखाड़ा परिषद ने बहिष्कार कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि 13 अखाड़ों में से कोई भी विहिप की धर्म संसद में नहीं जाएगा। अखाड़ा परिषद के इस फैसले से प्रदेश की योगी सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।

परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि विहिप और आरएसएस बीजेपी के ही चेहरे हैं। अब राम मंदिर पॉलिटिकल मुद्दा बन रहा है, इसलिए संत समाज इसमे शामिल नही होगा। उन्होंने कहा कि 4 मार्च के बाद सभी संत अयोध्या की ओर कूच करेंगे। राम मंदिर की आधारशिला कैसे रखी जाए, इसका फैसला होगा।

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बता दें कि कुंभ मेले के दौरान 28, 29 और 30 जनवरी को चले धर्म संसद के अंतिम दिन ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से पारित परम धर्मादेश में हिंदू समाज से बसंत पंचमी के बाद प्रयागराज से अयोध्या के लिए प्रस्थान करने का आह्वान किया गया है। धर्म संसद के समापन के बाद जारी धर्मादेश में कहा गया है कि सविनय अवज्ञा आंदोलन के प्रथम चरण में हिंदुओं की मनोकामना की पूर्ति के लिए यजुर्वेद, कृष्ण यजुर्वेद तथा शतपथ ब्राह्मण में बताए गए इष्टिका न्यास विधि सम्मत कराने के लिए 21 फरवरी, 2019 का शुभ मुहूर्त निकाला गया है।


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