विधानसभा में निकली विधायकों की वैकेंसी,चुनाव की परीक्षा पास करना चाहते हैं लोग ,जाने पूरा माजरा | Assembly Election 2018:

विधानसभा में निकली विधायकों की वैकेंसी,चुनाव की परीक्षा पास करना चाहते हैं लोग ,जाने पूरा माजरा

विधानसभा में निकली विधायकों की वैकेंसी,चुनाव की परीक्षा पास करना चाहते हैं लोग ,जाने पूरा माजरा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : October 29, 2018/6:54 am IST

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों की वैकेन्सी निकली है और इस वैकेन्सी के लिए लोग फार्म खरीदकर एक उम्मीवार के रूप में चुनाव की परीक्षा पास करना चाहते हैं तो कुछ लोग चुनाव प्रचार में घर घर जाकर एक रूपए से दस रूपए का सहयोग चाहते हैं ताकि फार्म खरीदने की उनकी राशि वापस मिल सके। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि वो लोग कह रहे हैं जो विधायक बनने की तमन्ना रखते हुए नामांकन पत्र खरीद रहे है। जी हां अंबिकापुर विधानसभा के लिए नामांकन खरीदते हुए कुछ ऐसे ही लोग मिले जिनका विधायक बनने का सपना है और जो रोचक किस्सों के साथ नामांकन पत्र खरीदने पहुंचे थे। 

ये भी पढ़ें –जब आईपीएस बेटा कांस्टेबल पिता के थाने में ही हुआ पदस्थ, गर्व से पिता ने किया सैल्यूट

 छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए नामांकन पत्र खरीदने और उन्हें भरने का सिलसिला शुरू हो गया है। वैसे तो सीधी टक्कर कुछ ही राजनीतिक पार्टियों के बीच है, लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे लोग भी विधायक बनने की इच्छा रखते हैं जो काफी उत्साही स्वभाव के हैं। अंबिकापुर विधानसभा के लिए ऐसे ही कुछ लोग आईबीसी 24 की टीम से टकराए जिनके बारे में जानकर आपको भी अाश्चर्य होगा। इन्हीं में से एक हैं सुजान बिंद इन्होने  हाल ही में स्वास्थ्य सेवा की सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिया है और अब वो चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। .इनका कहना है कि विधानसभा में वैकेन्सी निकली है तो मैं भी क्यूं ना इस वैकेन्सी के लिए ट्राई करूं।

 

ये भी पढ़ें –दिल्ली की हवा में घुलने लगा जहर, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दी चेतावनी

 

 इसी तरह से हमसे मिले कृष्णानंद सिंह शिक्षा विभाग से रिटायर हुए कृण्णा नंद सिंह अंबिकापुर जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर मैनपाट में रहते हैं और सायकल  से ही आना जाना करते है। नामांकन फार्म खरीदने के लिए भी ये इतनी लंबी दूरी सायकिल चलाकर ही पहुंचे और अब फार्म खरीदने के बाद इन्होंने सायकिल से ही अपना प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है। इनका कहना है कि वो घर घर सायकिल से जा रहे है और मतदाताओं को पैसे देने की बजाए उनसे ही एक रूपए से लेकर दस रूपए तक का सहयोग ले रहे है। ऐसा इसलिए ताकि ये चुनाव भले ही ना जीतें, लेकिन फार्म खरीदने के पैसे तो वापस मिल जाए। विधायक बनने की तमन्ना रखते हुए अंबिकापुर की मुस्कान किन्नर भी मैदान में उतर चुकी है। .लिंग परिवर्तन कर किन्नर बनी मुस्कान इन दिनों अंबिकापुर की बेहद चर्चित किन्नर हैं और इनके चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही अंबिकापुर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। मुस्कान का कहना है कि वो ही हैं जो अंबिकापुर के लोगों को विकास का मतलब समझा सकती है। 

 

ये भी पढ़ें –इंडोनेशिया में टेक ऑफ के 13 मिनट बाद क्रैश हुआ विमान ,188 यात्री थे सवार

 

 इस तरह से विधानसभा चुनाव को कोई नौकरी की वैकेन्सी के रूप में देख रहा है तो कोई आय के साधन के रूप में, कोई समाज में परिवर्तन की लहर पैदा करने की इच्छा रखता है तो कोई कुछ अलग करना चाहता है। इन सारी बातों के साथ अंबिकापुर में नामांकन फार्म बिक रहे है और उसके साथ ही नए नए किस्से भी सामने आ रहे है। 

वेब डेस्क IBC24