गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक, कोविड 19 संक्रमण को रोकने आदिवासियों का बड़ा फैसला

गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक, कोविड 19 संक्रमण को रोकने आदिवासियों का बड़ा फैसला

गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक, कोविड 19 संक्रमण को रोकने आदिवासियों का बड़ा फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: March 26, 2020 9:48 am IST

सुकमा। पूरा देश जहां कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम के लिए लड़ रहा है तो वहीं छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाक़े में आदिवासियों ने एक मिशाल पेश की है। एक ओर बड़े शहरों में जहां लॉक डाउन को ठेंगा दिखाते लोग सड़कों पर घूमते देखे जा रहें हैं वहीं दूसरी ओर सुकमा जैसे संवेदनशील ज़िले के ग्राम पंचायत दुब्बाटोटा के आदिवासियों ने कोरोना के रोकथाम के लिए बाहरी व्यक्तियों का गाँव में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।

ये भी पढ़ें: कांग्रेस पार्षद को अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली, गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में दाखिल

यही नहीं यदि कोई भी बाहरी व्यक्ति गाँव में प्रवेश करता है तो उसे दो हज़ार रूपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। ग़ौरतलब है की बड़े बड़े शहरों के शिक्षित लोगों को लॉक डाउन तोड़ते देखा जा रहा है आदिवासियों ने सुकमा ज़िले में इसका पालन गंभीरता से शुरू कर दिया है।

 ⁠

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस के उपचार के लिए विधायक ने दिया एक माह का वेतन, भाई ने …

वहीं ज़िला कलेक्टर चंदन कुमार की अपील के बाद ज़िले के कई आदिवासी गाँवों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश में रोक लगाया गया है इनमें से एक छिंदगढ़ ब्लॉक का कांजीपानी गाँव भी है जहां आदिवासियों ने बाहरी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है।

ये भी पढ़ें: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ऐलान, 1.70 लाख करोड़ रुपए के राहत प…


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com