जोगी की जाति को लेकर हाईकोर्ट के फैसले को लेकर पीसीसी अध्यक्ष ने इसे जोगी और रमन के गठबंधन को उजागर होना बतलाया है। पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट के आज आए निर्णय से जोगी और रमन सिंह का गठबंधन उजागर हो गया है।
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जो @BJP4CGState 2003 में अजीत जोगी पर आदिवासी न होने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही थी, वह अब उन्हें बचा रही है. इससे रमन सिंह और अजीत जोगी की राजनीतिक जुगलबंदी साबित होती है. जनता सब जान-समझ रही है.
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) January 30, 2018
बघेल ने बिलासपुर में प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि रमनसिंह 5 साल पहले भी जोगी केे खिलाफ मामला वापस लिये थे और इस बार फिर उन्होने हाईपावर कमेटी के गलत तरीके से गठन करके जोगी को लाभ पहुंचाया है।
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अगर जांच समिति के गठन की सूचना राजपत्र में प्रकाशित न होना ही कमी है तो यह तकनीकी गलती @drramansingh की ओर से सोच समझ कर की गई है. आखिर यह उनके अभिन्न मित्र अजीत जोगी के राजनीतिक भविष्य का सवाल था.
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) January 30, 2018
इस फैसले से यह साफ हो गया है कि रमनसिंह और अजीत जोगी में सांठगांठ है वहीं कमेटी के गलत गठन के साथ ही साथ गठन मे भी जानबूझकर देरी की गयी।
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अजीत जोगी जी की जाति के मामले में अगर जांच समिति गलत बनी थी तो जाहिर है कि @drramansingh जी ने अपने अभिन्न मित्र अजित जोगी के राजनीतिक लाभ के लिए ही ऐसा किया और जानबूझकर किया.
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) January 30, 2018
बघेल ने यह भी कहा कि इस फैसले से जोगी की जाति का फैसला नहीं हुआ है बल्कि कमेटी का गठन गलत होने की बात सामने आयी है और अब रमनसिंह को प्रदेश के आदिवासी समाज को इसका जवाब देना चाहिये कि आखिर उन्होने ऐसा क्यों किया वहीं बघेल ने इस फैसले का नुकसान कांग्रेस की जगह बीजेपी को होने की बात भी कहीं। वहीं उन्होने रमनसिंह पर आरोप लगाते हुये यह भी कहा कि रमन सिंह पार्टी के भीतर अपने सारे विरोधियों को निपटा चुके हैं और अब रमेश बैस की बारी है।
वेब डेस्क, IBC24