कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने होली, शब-ए-बरात को लेकर आदेश जारी किए | Bihar govt issues orders on Holi, Shab-e-Barat in view of rising cases of Kovid-19

कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने होली, शब-ए-बरात को लेकर आदेश जारी किए

कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने होली, शब-ए-बरात को लेकर आदेश जारी किए

कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने होली, शब-ए-बरात को लेकर आदेश जारी किए
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 pm IST
Published Date: March 27, 2021 7:15 pm IST

पटना, 27 मार्च (भाषा) बिहार सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आसन्न होली एवं शब-ए-बरात त्यौहारों को लेकर शनिवार को एक आदेश जारी किया।

बिहार के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, राज्य में कोविड 19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आसन्न होली एवं शब-ए-बरात को लेकर आमजनों से कहा गया है कि त्यौहारों के अवसर पर वे भीड़ एकत्रित नहीं करें।

आदेश में कहा गया है कि होली की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले होलिका दहन के अवसर पर न्यूनतम संख्या में लोग एकत्रित हों तथा उक्त अवसर पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल द्वारा जारी एक संयुक्त ओदश में कहा गया है कि अगले सोमवार को आने वाले होली त्यौहार के दिन सार्वजनिक स्थलों पर एकत्रित होकर किसी भी प्रकार की गतिविधि अथवा आयोजन की अनुमति नहीं होगी।

आदेश में कहा गया है कि शब-ए-बरात के अवसर पर भी कम से कम लोग एक स्थान पर एकत्रित होंगे। साथ ही उनके लिए भी कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही कब्रिस्तान प्रबंधन समितियां भी अपने स्तर से कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के संबंध में पूर्ण एहतियात बरतें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश एवं देशवासियों को होली एवं शब-ए-बरात की बधाई देते हुए शनिवार को कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये सभी लोग घर के अंदर ही होली का त्यौहार मनायें एवं इबादत करें।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, विगत 24 घंटे में प्रदेश में कुल 59,031 सैम्पल की जांच हुई है। राज्य में कोरोना संक्रमित अबतक कुल 2,61, 917 मरीज ठीक हुए हैं।

बिहार में वर्तमान में कोविड-19 के 1115 मरीज उपचाराधीन हैं।

भाषा अनवर शफीक

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