महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का मध्यप्रदेश बंद, पूर्व मंत्री को पुलिस ने हिरासत में लिया, कैसा रहा असर.. जानिए
महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का मध्यप्रदेश बंद, पूर्व मंत्री को पुलिस ने हिरासत में लिया, कैसा रहा असर.. जानिए
भोपाल। महंगाई के विरोध में मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेशव्यापी बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। भोपाल में कांग्रेस ने दोपहर 2 बजे तक लोगों से दुकानें बंद करने की अपील की थी। सड़कों पर उतरकर कांग्रेस नेताओं ने बंद को सफल कराने में जुटे रहे। इंदौर पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने भी बंद का समर्थन किया।
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ग्वालियर में कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार स्कूटर पर कार्यकर्ताओं के साथ निकले तो वहीं जबलपुर में भी बंद का बंद का असर दिखा। भोपाल में बाइक से रैली निकालकर बंद करवाने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक लिया। एमपी नगर में रैली निकाल रहे थे कार्यकर्ता। पुलिस ने रैली रोककर गाड़ियों की चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस ने गाड़ियों के कागजात और ड्राइविंग लाइसेंस भी मांगे।
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वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा को हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई की है। बाजार बंद कराने निकले थे PC शर्मा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी गिरफ्तारी की गई। इंदौर में सुबह से शहर के प्रमुख बाजार और इलाके बंद रहे। नाश्ते-पानी की दुकानें भी बंद रही। इसके अलावा इंदौर पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने भी बंद को समर्थन देते हुए अपने पेट्रोल पंप बंद रखे। इधर कांग्रेस नेताओं ने शहर में घूम-घूमकर व्यापारियों से बंद के लिए समर्थन मांगा। राजबाड़ा पर कांग्रेस विधायकों के साथ कांग्रेस पदाधिकारी विरोध प्रदर्शन करते भी नजर आए।
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गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ शनिवार को प्रदेशभर में कांग्रेस नेता आधे दिन के बंद के आव्हान के साथ सड़कों पर उतरे। उज्जैन में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह बाजारों में निकले, इस दौरान दुकानें खुली मिलीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कुछ दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की, इस दौरान विवाद भी हुआ।
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हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस की समझाइश के बाद कार्यकर्ता मान गए। बंद का शहर में कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। इंदौर के राजवाड़ा पर भी कांग्रेसियों और दुकानदारों के बीच जबरनबंद कराने को लेकर विवाद हुआ।

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