जी.आर.पी.स्क्वायड के जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल,दर्द से चीखती महिला की ट्रेन में करवाई डिलीवरी

जी.आर.पी.स्क्वायड के जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल,दर्द से चीखती महिला की ट्रेन में करवाई डिलीवरी

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  • Publish Date - December 28, 2018 / 05:16 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

खंडवा। रेलवे विभाग किस कदर लापरवाह है इसकी एक बानगी हम आपको दिखाते है। मुंबई से चलकर बिहार जाने वाली चलती ट्रेन में एक महिला द्वारा बच्चे को जन्म दिए जाने की घटना के बाद भी रेलवे ने ट्रेन रोकने की जेहमत नही की. ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात जी.आर.पी.स्क्वायड के दो जवानों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए खंडवा में ट्रेन रोक कर देर रात्री जच्चा-बच्चा को ट्रेन से उतारकर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. फिलहाल पुलिस की सूझबूझ से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है और खतरे से बाहर है।
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जिस खाकी वर्दी पर लोग गाहे-बगाहे सवालिया निशान खड़े किया करते हैं. उस वर्दीधारी पुलिस जवान की नेकदिली ने कडकडाती ठंड में ट्रेन के बर्थ पर एक गर्भवती महिला की प्रसव के साथ-साथ जच्चा और बच्चा दोनों को सकुशल अस्पताल में भर्ती करवाकर मानवता की अद्भूत मिसाल पेश की. दरअसल मुंबई से चलकर छपरा जाने वाली ज्ञान गंगा एक्सप्रेस ट्रेन में बिहार की एक महिला यात्री को भूसावल स्टेशन गुजरने के बाद प्रसव पीड़ा हुई. महिला के पति ने ट्रेन रोकने और डॉक्टर की व्यवस्था करने की रेलवे स्टाफ से गुजारिश की लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नही दिया. इटारसी से पहले ट्रेन का कहीं भी स्टॉपेज नही था. दर्द से चीखती महिला की मदद करने ट्रेन के डिब्बों में ड्यूटी देने वाले पुलिस के दो जवानों ने निभाई. चादर की आड़ में चलती ट्रेन में महिला का बिना डॉक्टर की मदद के प्रसव करवाया गया. उसके बाद जब रात्री 3 बजे ट्रेन खंडवा स्टेशन पहुंची तब महिला को ट्रेन से उतारकर पुलिस के जवानों ने जिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा को भर्ती करवाया।
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फिलहाल पीड़ित महिला अपनी नवजात बच्ची के साथ जिला अस्पताल में भर्ती है. परिजन पुलिस वालों का धन्यवाद अदा कर रहे है। बहरहाल, पीड़ित महिला का दर्द और बच्चे की किलकारी सुनकर भले ही रेलवे का दिल नही पिघला हो लेकिन वर्दीधारी इस जवान ने कडकडाती ठंड में जो फर्ज निभाया है वह अपने आप में मानवता की अनूठी मिसाल है।