हटा। कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया दोपहर 2 बजे पंचतत्त्व में विलीन हो गए। गौरीशंकर स्थित मुक्तिधाम में उनके बेटे सोमेश ने घायल अवस्था में पिता को मुखाग्नि दी। अपने नेता के अंतिम दर्शनों के लिए हटा शहर सहित आसपास के क्षेत्र से हजारों लोग और सभी दलों के राजनेता मोजूद रहे।
देवेंद्र चौरसिया के अंतिम संस्कार में प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, नेता प्रतिपक्ष पुत्र अभिषेक भार्गव, पूर्व मंत्री डॉ रामकृष्ण कुसमरिया बाबाजी सहित बड़ामलहरा विधायक प्रदुम्न सिंह लोधी, पूर्व विधायक प्रताप लोधी, लखन पटेल सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। पूरे मामले पर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया ने दमोह जिले सहित प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा। घटना पर दुख प्रकट करते हुए मलैया बोले कि आज राजनिति का समय नहीं है, हम लोग स्तब्ध हैं। हमारी सरकार में कभी ऐसा नही हुआ। मामले पर मैंने सभी अधिकारियों से बात की है। 3 महीने की बात है, मतलब बातों ही बातों में मलैया सरकार गिराने की भी बात कह गए।
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वहीं नेता प्रतिपक्ष पुत्र अभिषेक भार्गव ने घटना की निंन्दा करते हुए कानून-व्यवस्था पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से सुरक्षा मांगे जाने और उनके आश्वस्त करने के बाद भी हटा के नेता की हत्या हो गई। इससे बड़ी दुःखद अराजकता क्या हो सकती है। जब सीएम अपने नेताओं की रक्षा नही कर पाते तो आम लोगो की क्या स्थिति होगी। उन्होंने शीघ्र कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। पूर्व मंत्री और कांग्रेस में शामिल हुए दिग्गज नेता डॉ रामकृष्ण कुसमरिया बाबाजी ने इसे अपने 40 साल के राजनैतिक कैरियर का सबसे दुःखद घटनाक्रम बताया। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए गंदी राजनीति पर कटाक्ष किया और सम्वेदनाएं व्यक्त की।