पन्ना। पन्ना की धरती मजदूरों को रातों रात करोड़पति बना देती है। यह बात उस समय चरितार्थ हो गई जब शनिवार को ऑक्शन में हीरे की बोली 6 लाख प्रति कैरेट के हिसाब से लगाई गई और 2 माह पूर्व मजदूर मोती प्रजापति को मिला हीरा 2 करोड़ 55 लाख में बिक गया।
हीरा कार्यालय में पन्ना में उथली हीरा खदानों से मिले हीरों की नीलामी हो रही थी तभी झांसी निवासी राहुल अग्रवाल एंड कंपनी ने इस हीरे की कीमत 6 लाख रुपए प्रति कैरेट लगाई और सबसे बड़ी बोली के कारण पन्ना जिले के इतिहास का सबसे बड़ा दूसरा हीरा राहुल अग्रवाल एंड कंपनी के नाम कर दिया गया। हीरा बिकते ही मजदूर के परिवार में खुशी का माहौल है। एक और नायाब हीरा 18.14 कैरेट का आज जमा हुआ जो पन्ना स्थित जनकपुर ग्राम के राधे सोनी और उनके साथियों को मिला जिसकी कीमत भी एक करोड़ से ऊपर की आंकी जा रही है।
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मजदूर मोती प्रजापति को मिला हीरा 2 करोड़ 55 लाख में बिका है। अब इसे 12 परसेंट टैक्स काटकर संपूर्ण राशि दे दी जाएगी। हीरे को खरीदने के लिए मुंबई, दिल्ली और पंजाब से भी हीरा व्यापारी आए थे सभी में इस खरीदने की का उत्साह था लेकिन इस नायाब हीरे की बोली सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी राहुल अग्रवाल और इनकी कंपनी ने लगाई और यह हीरा उन्हें दे दिया गया। बता दें कि 40 वर्ष पूर्व पन्ना जिले की इतिहास का 44 कैरेट का हीरा रसूल मोहम्मद को मिला था और यह 42.59 कैरेट का हीरा सबसे बड़ा दूसरा हीरा है।