अवैध रेत खदानों पर रात के अंधेरे में डीआईजी ने मारा छापा, 5 थाना प्रभारियों पर गिरी गाज | DIG raids on illegal sand mines in the dark of night, 5 police station in-charge fell

अवैध रेत खदानों पर रात के अंधेरे में डीआईजी ने मारा छापा, 5 थाना प्रभारियों पर गिरी गाज

अवैध रेत खदानों पर रात के अंधेरे में डीआईजी ने मारा छापा, 5 थाना प्रभारियों पर गिरी गाज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : May 13, 2020/1:31 pm IST

भिंड। लॉक डाउन में चल रहे सिंध नदी में अवैध रेत उत्खनन की शिकायतों पर मंगलवार की रात से लेकर बुधवार के सुबह तक चम्बल डीआईजी राजेश हिंगडकर और माइनिंग विभाग की टीम के साथ छापामार कार्यवाही की गई। जिसमें अतरसुमा और इंदुर्खी रेत खदान पर कार्यवाही करने पहुंची टीम को मिली दो पनडुब्बियों को नष्ट करवाया साथ ही एक पोकलेन मशीन, ट्रक और बड़ी मात्रा में रेत का डंप भी जप्त किया है। डीआईजी ने रेत के अवैध उत्खनन में संलिप्त पाए जाने वाले ऊमरी, रौन और अमायन थाना प्रभारी को निलंबित किया है। साथ ही कोतवाली और गोहद थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है।

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देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन घोषित किया गया है। जिसमें हर प्रकार के काम धंधे ठप हैं। लेकिन रेत माफिया इस लॉक डाउन की आड़ में जमकर रेत के अवैध उत्खनन में लगे हुए हैं। जिले की कई रेत खदानों से पनडुब्बियों एवं मशीनों के जरिये रेत निकाले जाने की सूचनाएं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मिल रहीं थीं। लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही न करते हुए रेत माफियाओं को संरक्षण देने की बातें सामने आ रहीं थीं।

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जिसके बाद चम्बल क्षेत्र के नवागत डीआईजी राजेश हिंगणकर ने बुधवार को तड़के चार बजे ऊमरी थाना क्षेत्र में संचालित रेत खदानों पर छापेमारी की। इस दौरान खनिज विभाग की टीम के साथ भिण्ड एसपी नगेन्द्र सिंह पुलिसबल के साथ मौजूद रहे। जबकि ऊमरी थाना पुलिस को कार्यवाही की सूचना नहीं दी गयी। हालांकि बाद में जानकारी लगते ही ऊमरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। डीआईजी द्वारा की गई छापामार कार्रवाई में ऊमरी थाना क्षेत्र की अतरसुमा रेत खदान पर सिंध नदी में दो पनडुब्बियों के जरिए रेत निकाले जाते हुए पाया गया। जिसके बाद इन पनडुब्बियों को नष्ट किया गया।

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वहीं लगभग दो से तीन किलोमीटर के क्षेत्र में रेत के ढेर लगे हुए थे। इसके बाद इंदुर्खी रेत खदान पर जब टीम पहुंची तो वहां भी पोकलेन मशीन द्वारा अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा था। डीआईजी चंबल द्वारा खनिज विभाग की टीम को अवैध उत्खनन में लगी मशीनों एवं रेत के ढेरों को जप्त करने के निर्देश दिए गए। डीआईजी द्वारा रात के अंधेरे में की गई कार्यवाही से रेत उत्खनन में स्थानीय पुलिस की संलिप्तता की पोल खुल गई। बिना पुलिस के संरक्षण के कोई भी इतने बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन नहीं कर सकता।

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रातभर की गई इस कार्यवाही से भिंड पुलिस अब सवालों के घेरे में है। हालांकि इस पूरी कार्यवाही पर भिंड पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र सिंह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वहीं डीआईजी राजेश हिंगडकर ने रेत के अवैध कारोबार में लिप्त पाए जाने वाले थाना प्रभारियों पर बड़ी कार्यवाही की है। डीआईजी ने अमायन थाना प्रभारी जितेंद्र तोमर, ऊमरी थाना प्रभारी महेश शर्मा, रौन थाना प्रभारी संजीव नयन शर्मा को निलंबित कर दिया है। साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी उदय भान सिंह यादव और गोहद थाना प्रभारी को लाईन अटैच कर दिया है। डीआईजी की इस कार्यवाही से पुलिस विभाग में हड़कम मच गया है।