किसान आंदोलन के बाद सरकार ने प्याज की समर्थन मूल्य पर प्याज की खऱीदी तो शुरू कर दी है. लेकिन अभी भी किसान को छला जा रहा है. क्योंकि एक तरफ किसान मंडी के बाहर प्याज बेचने के कतार में खड़ा वहीं,दूसरी ओर दूसरे राज्य के बड़े किसान और व्यापारियों का प्याज बिक रहा है हमने अलग अलग राज्यों की सीमा से लगे जिलों से लेकर मालवा के बड़े शहरों में प्याज खरीदी की परत दर परत तफ्तीश की है और जाना कैसे चल रहा है. पूरा खेलमंडियों में उम्मीद से ज्यादा प्याज की आवक ने शासन और प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं. आंशंका जाताई जा रही है कि पड़ोसी राज्यों से बिचौलिये अपना प्याज मध्य प्देश की
मंडियों में खपा रहे हैं. इसीलिए प्याज की पड़ताल के लिए Ibc24 की टीम ने काम शुरु किया. लिहाजा सबसे पहले राजस्थान की सीमा से लगे नीमच का रुख किया. पड़ताल में पता चला कि राजस्थान का प्याज प्रदेश के सरकारी खरीदी केन्द्रों पर पहुंच रहा है. इसके लिए राजस्थान के किसान और व्यापारी मध्यप्रदेश में रहने वाले अपने रिश्तेदारों की मदद ले रहे है. भले ही बार्डर पर राजस्थान से आने वाले प्याज के ट्रैकों पर रोक लगा दी गई है. लेकिन दोनों राज्यो को जोड़ने वाले दूसरे कई रास्तों से प्याज मध्यप्रदेश में भेजा जा रहा है.इसी तरह के हालात इंदौर में भी है. यहां दूसरे राज्यो के अलावा यहीं के व्यापारी का
प्याज खरीदी केन्द्रों पर पहुच रहा है. सबसे पहले हमने पड़ताल की शुरूवात की. लक्ष्मी बाई मंडी से यहां प्याज की गाड़ियों की कतार में ट्रक भी मिले. जबकि अधिकारियों ने निर्देश दिए है. कि किसान प्याज ट्रैक्टर और आइशर गाड़ी में ही लेकर आए. लिहाजा, हमारा शक बड़ गया है. वहीं,कुछ किसानों ने इस बात की पुष्टि भी की कि.व्यापारियों का प्याज ट्रक में भरकर आ रहा है.शक गहराता देख हमारी टीम लक्ष्मी बाई मंडी के बाद चौइथराम मंडी पहुंची. यहां दूसरे राज्यों के कई ट्रक नजर आए.जो कि प्याज लेकर आए थे. हालाकि, हमे में अभी भी इस बात पर शक था. कि जब किसान अपना प्याज को लेकर सीधे खरीदी केन्द्रों पर लेकर जा रहा है. तो व्यापारियों को पास प्याज दूसरे राज्यों के अलावा और कौन दे रहा है.
लेकिन इसी दौरान हमें कुछ किसान ऐसे मिले.. जिन्हें बहला फूसलाकर व्यापारी औने पौने दाम पर अच्छी किस्म का प्याज खरीद रहे है. और जब किसान आवाज उठाते है. तुरंत ही दाम बढ़ा दिया जाता है. खैर अधिकारी लाख दावे करें की किसानों के अलावा बाहरी लोगों का प्याज नहीं खरीदा जा रहा है. लेकिन हमारी पड़ताल में साफ हो चुका है. ये पूरा खेल उनकी नाक के नीचे ही हो रहा है. एक और जहां सीमावर्ती जिलों में दूसरे राज्यों का प्याज खपाया जा रहा है. वहीं,इंदौर जैसी जगहों पर व्यापारी ही प्याज का खेल कर रहे है.