किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग को लेकर बुंदेलखंड में किसानों का उपवास

किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग को लेकर बुंदेलखंड में किसानों का उपवास

किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग को लेकर बुंदेलखंड में किसानों का उपवास
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: January 30, 2021 3:16 pm IST

बांदा (उप्र), 30 जनवरी (भाषा) नए कृषि कानूनों और दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के संबंध में किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियां रद्द करने की मांग को लेकर किसानों ने शनिवार को बुंदेलखंड के सभी सात जिलों में शनिवार को उपवास रखकर प्रदर्शन किया।

बुंदेलखंड किसान यूनियन के अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने बताया कि संगठन से जुड़े किसानों ने शनिवार को गांधी जी की पुण्य तिथि पर बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर में एक दिन का उपवास रखकर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।

इस दौरान शर्मा ने कहा कि दिल्ली की हिंसा और लाल किला परिसर में हुई घटना में सरकार समर्थित असामाजिक तत्व शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

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शर्मा ने कहा, ‘‘हम देश के किसान शांति के साथ तीनों नए कृषि कानून वापस लेने के साथ ही दिल्ली हिंसा को लेकर किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज फर्जी मामले रद्द करने की मांग करते हैं।’’

इसी प्रकार, फतेहपुर जिले की नहर कॉलोनी में किसान नेता वीरेंद्र पटेल के नेतृत्व में किसानों ने एक दिन का उपवास रखकर विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की।

भाषा सं सलीम अर्पणा

अर्पणा


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