किसानों के आक्रोश की आग..अब दावानल में बदल चुकी है..सरकार की तमाम कोशिशें नाकाम हो रही हैं। खुद मुख्यमंत्री ने इस आंदोलन के पीछे कांग्रेस की साजिश को जिम्मेदार ठहराया है। इस आरोप में कितनी सच्चाई है..ये जांच का विषय है पर कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं..जिनमें कांग्रेस के कुछ नेता आंदोलनकारियों को हिंसा के लिए उकसाते दिख रहे हैं। शिवपुरी करैरा की कांग्रेस विधायक शकंतुला खटीक का एक ऐसा वीडियो सामने आया है..जिसमें वो किसानों को शांत करने की बजाय उन्हें थाने को आग लगाने के लिए भड़काती दिख रही हैं। वीडियो में साफ तौर पर ये दिख रहा है कि वो न केवल ख़ुद ही पुलिस से भिड़ रही हैं..बल्कि भीड़ को भी भड़का रही हैं। कांग्रेस की ये विधायक पहले भी विवादित बयान दे चुकी है। वहीं इस बार भी वो अपने इस कारनामे को सही ठहराने की कोशिश करती दिखीं।
शिवपुरी करैरा की तरह ही एक वीडियो रतलाम में भी सामने आया है..जिसमें कांग्रेस नेता और रतलाम जिला पंचायत के उपाध्यक्ष डी पी धाकड़ लोगों को भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। ये भाषण सीएम के रतलाम दौरे के एक दिन पहले का है। 3 जून को धाकड़ ने ये भाषण दिया और 4 जून को रतलाम के धामनोद गांव में हिंसक भीड़ ने पुलिस के तीन वाहनों में आग लगा दी थी।
व्हाट्स अप पर ट्रेन की पटरियां उखाड़ने का मैसेज भेजने वाले कांग्रेस के कथित नेता श्याम गुर्जर की तलाश में भी रतलाम पुलिस जुटी है। जीतू पटवारी और उनके भाइयों पर भी इंदौर में किसानों को भड़काने का आरोप लग चुका है। वीडियो जो दिखा रहा है..उसे नकारा नहीं जा सकता…ऐसे में सवाल उठता है..कि इस वक्त जबकि आंदोलन को शांत करने में सबकी भूमिका होनी चाहिए..कांग्रेस के कुछ नेता क्यों मामले को और बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं ।
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4 hours ago