भितरवार में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति बदहाल, बुनियादी सुविधाओं को तरसी जनता | Janta Mange Hisab:

भितरवार में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति बदहाल, बुनियादी सुविधाओं को तरसी जनता

भितरवार में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति बदहाल, बुनियादी सुविधाओं को तरसी जनता

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:47 PM IST, Published Date : July 13, 2018/11:28 am IST

अब बात मध्यप्रदेश की भितरवार विधानसभा की..चुनावी तैयारियों और मुद्दों की बात करें इसके पहले विधानसभा की प्रोफाइल पर एक नजर..

ग्वालियर जिले में आती है विधानसभा सीट

कुल जनसंख्या करीब 3 लाख 49 हजार 980

पुरुष मतदाता-1 लाख 18 हजार 921

महिला मतदाता-97 हजार 616

वर्तमान में विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा

लाखन सिंह यादव हैं कांग्रेस विधायक

सियासत-

भितरवार विधानसभा में लगातार दो चुनावों से कांग्रेस जीत दर्ज करती आ रही है…जबकि बीजेपी हार का मुंह देखती आ रही है..अब चुनाव के कुछ महीने ही बचे हैं तो ऐसे में चुनावी रंग में रंगा दिखाई देने लगा है भितरवार।

बीते दो चुनावों से कांग्रेस जीत का परचम लहराती आ रही है भितरवार विधानसभा सीट पर..2008 और 2013 में कांग्रेस की जीत के साथ लाखन सिंह यादव विधायक चुनते आ रहे हैं..अब 2018 के चुनावी रण में एक बार फिर कांग्रेस जीत की कोशिश में जुट गई है..तो वहीं बीजेपी, कांग्रेस के इस किले में सेंध लगाने की तैयारी में है..इसके साथ विधायक टिकट की रेस भी शुरु हो गई है…बात बीजेपी की करें तो दावेदारों की लाइन लंबी है लेकिन सबसे प्रबल दावेदार हैं सतीश मगैया..इसके अलावा केशव बघेल भी टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं..अब बात कांग्रेस की करें तो लाखन सिंह यादव का नाम दावेदारों की लिस्ट में सबसे ऊपर है लाखन सिंह यादव की दावेदारी इसलिए भी मजबूत हैं क्योंकि दो बार से चुनावी रण में जीत हासिल करते आ रहे हैं ।

मुद्दे-

भितरवार विधानसभा में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति तो खराब है ही..बुनियादी सुविधाएं भी ढूंढने से दिखाई नहीं देती..अपराध के बढ़ते ग्राफ पर भी लगाम नहीं लग पा रही है ।

ये तस्वीरें बयां कर देती हैं की भितरवार विधानसभा में विकास की रफ्तार क्या है। कस्बों से लेकर गांवों तक यही हाल है सड़कों का..भितरवार से ग्वालियर तक सड़क कम गड्डे ज्यादा हैं। कई गांव तो अब तक सड़क के इंतजार में हैं। पेयजल संकट भी एक बड़ी समस्या है..शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं भी बदहाल हैं। स्कूलों में सालों से शिक्षकों की कमी है तो वहीं उच्च शिक्षण संस्थान ना होने की वजह से छात्र ग्वालियर जाने को मजबूर हैं।

शिक्षा की तरह ही स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल है। भितरवार में महिला डॉक्टर की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है..गांवों में तो स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बेहद खराब है। बेरोजगारी भी एक बड़ी समस्या हैं..इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी लोगों को मिल नहीं पा रहा है। इन सब समस्याओं के बीच किसान भी परेशान है। किसानों के लिए बनी योजनाओं का विधानसभा में अता-पता नहीं है ।

 

 

वेब डेस्क, IBC24