खुज्जी विधानसभा में विकास की रफ्तार धीमी.. बुनियादी सुविधाएं बदहाल | Janta Mange Hisab:

खुज्जी विधानसभा में विकास की रफ्तार धीमी.. बुनियादी सुविधाएं बदहाल

खुज्जी विधानसभा में विकास की रफ्तार धीमी.. बुनियादी सुविधाएं बदहाल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:22 PM IST, Published Date : July 18, 2018/11:20 am IST

अब बात छत्तीसगढ़ की खुज्जी विधानसभा सीट की…सियासी समीकरण और समस्याओं से पहले..विधानसभा की प्रोफाइल पर एक नजर..

राजनांदगांव जिले में आती है विधानसभा सीट

कुल मतदाता-1 लाख 74 हजार 262

पुरुष मतदाता-86 हजार 698

महिला मतदाता- 87 हजार 571

वर्तमान में विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा

भोलाराम साहू हैं कांग्रेस विधायक

सियासत-

खुज्जी विधानसभा में बीते दो विधानसभा चुनावों से कांग्रेस जीत दर्ज करती आ रही है तो वहीं बीजेपी अब भी जीत की तलाश में है…अब चुनाव नजदीक है तो चुनावी रंग भी दिखाई देने लगे हैं।

खुज्जी विधानसभा में कांग्रेस मजबूत नजर आती है..2008 और 2013 में कांग्रेस की जीत डंका बजा, तो वहीं बीजेपी का कमल खिल नहीं सका..बीते चुनाव में कांग्रेस के भोलाराम साहू ने जीत दर्ज की..इस चुनाव में बीजेपी तीसरे नंबर पर रही, जबकि दूसरे नंबर निर्दलीय उम्मीदवार रहा । लेकिन अब 2018 के चुनावी समर में बीजेपी दमदार वापसी की कोशिश में जुट गई है..तो वहीं कांग्रेस जीत का सिलसिला कामय रखने की रणनीतियां बना रही है…इन्हीं रणनीतियों के बीच टिकट के दावेदार भी सामने आने लगे हैं…बात बीजेपी की करें तो राजिंदरपाल सिंह भाटिया सबसे प्रबल दावेदार हैं..वहीं कांग्रेस से वर्तमान विधायक भोलाराम साहू का नाम सबसे आगे है..इसके अलावा तरुण सिन्हा,पूर्व विधायक इमरान मेमन और सिद्दीक मेमन भी दावेदारों में शामिल है..JCCJ में दावेदारों कि लिस्ट में सबसे ऊपर नाम रविमानव का है ।

मुद्दे-

खुज्जी विधानसभा में विकास की रफ्तार सुस्त नजर आती है.. शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सुविधाएं तक बदहाल हैं। खुज्जी विधानसभा में विकास तो दूर की बात बिजली और पानी तक के लिए तरस रही है जनता..कई गांव ऐसे हैं जहां बिजली अब तक पहुंची ही नहीं। ग्रामीण इलाकों में तो पीने का पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है..शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं भी दिखाई नहीं देती..स्कूली शिक्षा तो बदहाल है ही उच्च शिक्षा की भी स्थिति ठीक नहीं है..उच्च शिक्षण संस्थानों की कमी के चलते छात्र शहर जाने को मजबूर हैं…स्वास्थ्य सुविधाओं का तो हाल ये है कि अस्पताल तो हैं लेकिन डॉक्टर नहीं..मरीज दर-दर भटक रहे हैं…रोजगार के मामले में भी फेल है खुज्जी विधानसभा..उद्योग हैं नहीं,रोजगार के साधन हैं नहीं,नतीजा पलायन कर रहे हैं लोग..इसके अलावा विधानसभा के कुछ इलाके नक्सल प्रभावित भी हैं..ये वो समस्याएं हैं जिनसे निजात चाहती है खुज्जी की जनता ।

 

 

वेब डेस्क, IBC24