कोरिया के महामाया मंदिर और चांग देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक, नवरात्रि में नहीं होंगे देवी दर्शन

कोरिया के महामाया मंदिर और चांग देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक, नवरात्रि में नहीं होंगे देवी दर्शन

कोरिया के महामाया मंदिर और चांग देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक, नवरात्रि में नहीं होंगे देवी दर्शन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:42 pm IST
Published Date: March 21, 2020 11:45 am IST

कोरिया। कोरोना वायरस का असर पर देवी देवताओं के मंदिरों में भी दिखाई देने लगा है। एक तरफ जहां प्रदेश के कई बड़े मंदिरों में ज्यादा श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है वहीं अब कोरिया जिले के खड़गवां स्थित प्रसिद्ध महामाया मन्दिर और जनकपुर के प्रसिद्ध चांग देवी मंदिर में भी श्रद्वालुओं को प्रवेश नही दिया जाएगा ।

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बता दें कि 25 मार्च से नवरात्र की शुरूआत होने वाली है ऐसे में इन दोनों ही देवी मंदिरों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं । कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए समिति ने लोगों से मन्दिर नही आने की अपील की है, वहीं मन्दिर में ज्योति जलाने का निर्णय लिया गया है। पुजारी और पंडो के अलावा मन्दिर में कोई नही जाएगा। इसके साथ ही यहां नवरात्र पर लगने वाला मेला भी नही लगेगा और भोग भंडारे का आयोजन भी नही किया जाएगा।

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बता दें कि जनकपुर के प्रसिद्ध चांग देवी मन्दिर में सीजी और एमपी के कई जिलों से लोग पहुचते हैं। मन्दिर प्रांगण में प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा। गौरतलब है कि प्रशासन ने डोंगरगढ़ की मां बम्लेशवरी मंदिर और दंतेवाड़ा की देवी दंतेश्वरी मंदिर, भोरमदेव मंदिर, रतनपुर की महामाया मंदिर सहित प्रदेश के कई बड़े प्रसिद्ध मंदिरों में इसी तरह श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगाया गया है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com