मध्यप्रदेश ने फिर हासिल किया टाइगर स्टेट का दर्जा, 526 टाइगर के साथ देश में पहले पायदान पर

मध्यप्रदेश ने फिर हासिल किया टाइगर स्टेट का दर्जा, 526 टाइगर के साथ देश में पहले पायदान पर

मध्यप्रदेश ने फिर हासिल किया टाइगर स्टेट का दर्जा, 526 टाइगर के साथ देश में पहले पायदान पर
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: July 29, 2019 5:20 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश ने एक बार फिर अपना प्रथम टाइगर स्टेट का दर्जा पा लिया है। देश में सबसे ज्यादा 526 टाइगर के साथ मध्यप्रदेश अब पहले स्थान पर आ गया है। वहीं कर्नाटक 524 टाइगर के साथ दूसरे पायदान पर है। इनके अलावा उत्तराखंड 442 टाइगर के साथ तीसरे स्थान पर है।

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बता दें कि बीते कुछ सालों में बाघ के बढ़ते शिकार और उनके अंगों की तस्करी ने मध्य प्रदेश से टाइगर स्टेट का तमगा छीन लिया था। इसे लेकर वन विभाग की वन्य प्राणी शाखा ने अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर जन जागरूकता मुहिम की शुरुआत की। हस्ताक्षर अभियान चलाया, इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर वन्य प्रेमियों से बाघ को बचाने के बारे में बातचीत की गई।

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इसके अलावा कई स्थानों पर स्टॉल लगाए गए, साथ ही विशेष पोस्टर पर बाघ की आकृति भी उकेरी गई। बाघ को बचाने के लिए लघु नाटक भी आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में चल रहे अभियान के दौरान पोस्टर पर उकेरी गई आकृति को इकट्ठा किया गया। इसके बाद इन्हें सरकारी भवन में प्रदर्शनी के लिए रखा गया। इस प्रकार तमाम जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। अंतत: विभाग की यह मुहिम रंग लाई और मध्यप्रदेश अब फिर टाइगर स्टेट का तमगा प्राप्त कर लिया है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com