महाराष्ट्र: महामारी के मद्देनजर दीक्षाभूमि में सादगीपूर्ण तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन

महाराष्ट्र: महामारी के मद्देनजर दीक्षाभूमि में सादगीपूर्ण तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन

महाराष्ट्र: महामारी के मद्देनजर दीक्षाभूमि में सादगीपूर्ण तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:52 pm IST
Published Date: October 25, 2020 12:10 pm IST

नागपुर, 25 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र में नागपुर की दीक्षाभूमि में 64वें ‘धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस’ के सिलसिले में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर रविवार को सादगी के साथ कुछ कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्मारक का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह जानकारी दी।

संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर ने दीक्षाभूमि में 1956 में अशोक विजयादशमी के दिन बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया था और इस मौके पर हर साल उनके लाखों अनुयायी यहां आते हैं।

डा. बाबा साहेब आंबेडकर स्मारक समिति के अध्यक्ष भदंत आर्य नागार्जुन सुरई ससाई ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 64वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के मौके पर सभी कार्यक्रम आज सादगी से आयोजित किये गये।’’

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भाषा

देवेंद्र दिलीप

दिलीप


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