मैकेनिकल इंजीनियर से बने मास्टर, फिर IPS, IAS से तय किया CM की कुर्सी तक का सफर | Master made from mechanical engineer, then IPS, IAS decided to travel to CM chair

मैकेनिकल इंजीनियर से बने मास्टर, फिर IPS, IAS से तय किया CM की कुर्सी तक का सफर

मैकेनिकल इंजीनियर से बने मास्टर, फिर IPS, IAS से तय किया CM की कुर्सी तक का सफर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : May 29, 2020/11:12 am IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। राजधानी के नारायणा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। 

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जोगी को दिन में दो बार कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद डॉक्टर्स ने उनकी हालत बेहद नाजुक बताई थी। उन्हें इससे पहले नौ मई को भी कार्डियक अरेस्ट की शिकायत हुई थी, जिसके बाद से रायपुर स्थित निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

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उनके निधन पर बेटे ने सोशल मीडिया पर लिखा, “वेदना की इस घड़ी में मैं निशब्द हूं।परम पिता परमेश्वर माननीय अजीत जोगी जी की आत्मा को शांति और हम सबको शक्ति दे। उनका अंतिम संस्कार उनकी जन्मभूमि गौरेला में कल होगा।”

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ऐसा था जोगी का सफर

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राध्यापक के रूप कैरियर की शुरूआत की। पहले आई.पी.एस. के रूप में अपनी सेवाएं दी तत्पश्चात भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान रायपुर सहित कई जिलों के कलेक्टर रहे।  जोगी सांसद, विधायक भी रहे। एक नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य बना तो वे राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने।

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जोगी ने किसी जमाने में आईपीएस और आईएएस की नौकरी थी, जिसके बाद वह छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने थे। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद वह नवंबर 2000 से नवंबर 2003 तक तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे।