भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार 25 जून से शुरू होगा। इसमें शिवराज सरकार करीब एक दर्जन से ज्यादा विधेयक लाने जा रही है। सरकार चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट भी प्रस्तुत करेगी। ये करीब आठ हजार करोड़ रुपए का बताया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस ने इसे फिजूलखर्ची के लिए जनता का पैसा बरबाद करने वाला बताया है। विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी मानसून सत्र होगा। इसके लिए जहां सरकार ने तैयारी कर ली है, वहीं विपक्ष ने सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है। इस सरकार का यह आखिरी सत्र है ऐसे में सत्र के हंगामे दार रहने के आसार है।
विधानसभा का मानसून सत्र 25 जून से शुरू होने वाला है, जिसमे शिवराज सरकार करीब एक दर्जन से ज्यादा विधेयक लाने जा रही है। विपक्ष किसानो, महिलाओ, बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। वहीं सरकार के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के अविश्वास प्रस्ताव से पहले उनकी मां सरोज सिंह द्वारा उन पर प्रताड़ित करने के आरोप ने बीजेपी को बड़ा हमलावर हथियार दे दिया है। सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर चुकी कांग्रेस इस मामले को लेकर बीजेपी के निशाने पर है।
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कांग्रेस जहां किसानों की कर्ज माफ़ी, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, महिला अपराध के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ मुखर है वहीं अजय सिंह की मां द्वारा उनके ऊपर लगाए आरोप ने बीजेपी की राह आसान कर दी है। यही वजह है की विपक्ष की जो धार सरकार के खिलाफ तेज नजर आ रही थी वो अब कुंद पड़ती भी नजर आ रही है। बरहाल चुनाव से पहले यह अंतिम सत्र है। लिहाजा इस सत्र में हंगामा तय है।
वेब डेस्क, IBC24