MP उपचुनाव: प्रदेश के चुनाव में बाहरी मुद्दे हावी, क्या स्थानीय स्तर पर मुद्दों की कमी है? देखिए रिपोर्ट

MP उपचुनाव: प्रदेश के चुनाव में बाहरी मुद्दे हावी, क्या स्थानीय स्तर पर मुद्दों की कमी है? देखिए रिपोर्ट

MP उपचुनाव: प्रदेश के चुनाव में बाहरी मुद्दे हावी, क्या स्थानीय स्तर पर मुद्दों की कमी है? देखिए रिपोर्ट
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: October 8, 2020 5:23 pm IST

भोपाल। एमपी में उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है.. बयानों के तीर चल रहे हैं.. जीत के लिए नई-नई रणनीति अपनाई जा रही है..लेकिन जहां तक मुद्दों की बात है..सूबे में स्थानीय मुद्दे लगभग गायब हैं.. और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर पार्टी एक दूसरे के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.. ऐसे में सवाल है कि …क्या इन मुद्दों को तूल देकर राजनीतिक पार्टियां स्थानीय और मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहती हैं..?

ये भी पढ़ें:प्रदेश में आज 29 कोरोना मरीजों की मौत, 1715 संक्रमितों की पुष्टि, 2420 मरीज हुए स्वस्थ

मध्यप्रदेश में दोनों ही पार्टियों के बयान बताते हैं कि चुनाव में महज एक महीने से भी कम का वक्त बचा है लेकिन सियासत स्थानीय मुद्दों पर नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों के इर्द गिर्द सिमट गई है …प्रदेश में इस समय किसानों को लेकर कर्जमाफी , फसल बीमा, अतिथि शिक्षक, महंगे बिजली बिल, बेरोजगारी के साथ कोरोना महामारी जैसे कई अहम मुद्दे हैं लेकिन राजनीति हो रही है तो सुशांत, रिया, कंगना और हाथरस को लेकर …

 ⁠

ये भी पढ़ें:नारकोटिक्स विभाग की बड़ी कार्रवाई, 10 करोड़ क़ीमत की 117 किलो चरस ब…

जब स्थानीय मुद्दे पीछे हो तो सवाल उठना लाजिमी है कि क्या इन पार्टियों के पास खुद की कोई उपलब्धि नहीं है ..क्या दूसरी पार्टी को निशाना बनाने के लिए ये किस हद तक भी जा सकते हैं …क्या चुनाव जीतने के लिए हाथरस जैसे संवेदनशील मुद्दों को उछाला जा सकता है..क्या बॉलीवुड़ में चल रहे एक विवाद के जरिए दूसरी पार्टी को कटघरे में खड़ा किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें: मध्यप्रदेश उपचुनाव: कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में तीन मुख्यमंत्री…

मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में मूल मुद्दों के बजाय के देश भर में टीवी पर चल रहे मुद्दों को लेकर है.. ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है… जहां बीजेपी हाथरस कांड को लेकर कांग्रेस के खिलाफ प्रदेश में माहौल बनाने में लगी है.. वहीं कांग्रेस सुशांत और कंगना राणावत और रिया चक्रवती को लेकर बीजेपी को घेरने में लगी है..कुल मिलाकर अब सूबे की जनता को तय करना है कि वो अपना वोट देते वक्त किन मुद्दों को ध्यान में रखेगी?


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com