जबलपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी शिवभक्त और रामभक्त के बाद अब नर्मदाभक्त की भूमिका में नज़र आने वाले हैं। महाकौशल में पार्टी का चुनावी बिगुल फूंकने राहुल गांधी 5 अक्टूबर को जबलपुर आ रहे हैं, यहां वे नर्मदा पूजन के बाद अपने कार्यक्रमों की शुरुआत करेंगे।
5 अक्टूबर को जबलपुर आते ही राहुल गांधी सबसे पहले नर्मदा नदी के ग्वारीघाट पहुंचेंगे जहां वो मां नर्मदा और कन्या पूजन करेंगे। ग्वारीघाट में पूजा अर्चना के बाद राहुल गांधी जबलपुर में करीब 5 घण्टे तक रोड शो करेंगे और शहर के अलग अलग वर्गों के गैर-राजनैतिक लोगों से संवाद भी करेंगे। कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद शिवभक्त और चित्रकूट दौरे के बाद रामभक्त बताए गए राहुल गांधी को अब जबलपुर दौरे से पहले नर्मदा भक्त भी बताया जाने लगा है, जिसे वे नर्मदा पूजन से अपनी भक्ति को ज़ाहिर भी कर देंगे।
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बता दें कि महाकौशल अंचल में नर्मदा नदी को माँ की तरह पूजा जाता है, ऐसे में माना जा रहा है कि राहुल की ये नर्मदाभक्ति महाकौशल की 38 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को चुनावी फायदा भी दिला सकती है। राहुल गांधी की इस भक्ति को उनका सॉफ्ट हिंदुत्व का एजेंडा बताकर बीजेपी उन्हें घेरने की कोशिश में भी लग गई है।
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जबलपुर में भाजपा प्रवक्ताओं ने राहुल गांधी की नीयत पर सवाल उठाते हुए उनको, राम की बजाए रावण की तरह स्वार्थी भक्त बता दिया। बीजेपी प्रवक्ता शशिकांत शुक्ला ने राहुल के दौरे से पहले बयान देते हुए कहा कि जनता चुनावी साल में उमड़ रहे राहुल के हिंदुत्व को पहचान रही है और 2019 का भी चुनाव हारने के बाद वो मोदी भक्त बन जाएंगे। इधर बीजेपी के जु़बानी हमलों से बौखलाई कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल और कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता हिंदू हैं और उन्हें बीजेपी के सर्टिफिकेट की ज़रुरत नहीं है।
वेब डेस्क, IBC24
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