लापता कृषि अधिकारी का क्षत-विक्षत शव बरामद

लापता कृषि अधिकारी का क्षत-विक्षत शव बरामद

लापता कृषि अधिकारी का क्षत-विक्षत शव बरामद
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: January 25, 2021 11:29 am IST

पटना, 25 जनवरी (भाषा) पटना जिला के मसौढी में पदस्थापित में कृषि अधिकारी अजय कुमार (55) का क्षत-विक्षत शव पुलिस ने गौरीचक थाना क्षेत्र में पुनपुन नदी के पास खोदे गए एक गड्ढे से बरामद किया है। वह पिछले बुधवार से लापता थे।

पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) ने सोमवार को बताया कि उक्त मामले में आरोपी अभिनव उर्फ गोलू को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था, उसकी निशानदेही पर कुमार का शव रविवार को बरामद किया गया।

पटना शहर के कंकड़बाग मुहल्ला निवासी कुमार के 18 जनवरी को लापता होने पर उनके परिवार वालों ने संबंधित थाना में शिकायत दर्ज कराई थी।

 ⁠

खाद और बीज का कारोबारी गोलू (21) अक्सर अजय कुमार के घर आया-जाया करता था। पूछताछ के दौरान गोलू ने कथित तौर पर बिलों के निपटारे से जुड़े विवाद के कारण कृषि अधिकारी की हत्या करने की बात कबूली है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कुमार के मोबाइल फोन रिकॉर्ड के अनुसार आखिरी बार उनकी गोलू से बातचीत हुई थी। आरोपी ने कृषि अधिकारी को बेहतर जमीन के सौदे का लालच देकर उन्हे एकांत स्थान पर बुलाया।

उन्होंने कहा कि गोलू को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है और इस वारदात में शामिल अन्य लोगों के बारे पता लगाया जा रहा है।

पिछले हफ्ते राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने वाले राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कटाक्ष किया, ‘‘बिहार सरकार के कृषि अधिकारी अजय कुमार का अपहरण हुआ। हफ़्ते तक पुलिस सोती रही। अब उनका शव बरामद हुआ है। सत्ता संरक्षित अपराधियों ने तांडव मचा रखा है और सरकार के मुखिया दो-दो उपमुख्यमंत्री के साथ हाथ पर हाथ धरे बैठे है। क्यों, क्या मजबूरी है।’’

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ डिस्पेंसर द्वारा संरक्षणित अपराधी अमोघ चल रहे हैं और मुख्यमंत्री और उनके दो जवान असहाय दिख रहे हैं।

भाजपा सांसद राम कृपाल यादव, जिनकी पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार में प्रमुख सहयोगी है, ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि रूपेश कुमार सिंह (एक निजी एयरलाइंस के प्रबंधक जिनकी पटना शहर के पुनाईचक मुहल्ला में हाल में ही गोली मारकर हत्या की गई थी) के बाद एक पखवाड़े के भीतर यह ताजा घटना हुई है। अपराध पर नियंत्रण पाया जाना चाहिए ताकि लोगों का सरकार पर भरोसा न टूटे।

भाषा अनवर अर्पणा

अर्पणा


लेखक के बारे में