सुकमा में नक्सलियों ने किया आईईडी ब्लास्ट ,बीजापुर में मिली फ़ोर्स को बड़ी सफलता

सुकमा में नक्सलियों ने किया आईईडी ब्लास्ट ,बीजापुर में मिली फ़ोर्स को बड़ी सफलता

सुकमा में नक्सलियों ने किया आईईडी ब्लास्ट ,बीजापुर में मिली फ़ोर्स को बड़ी सफलता
Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: December 15, 2017 1:38 pm IST

 सुकमा में गोगुंडा की पहाड़ी में एक आईइडी ब्लास्ट हुआ, जिसमें तीन जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गये। घायल हुए 3 जवान में से 2 जवानों को रायपुर रेफर किया गया है जिन्हें रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना फूलबगड़ी थाना क्षेत्र की बतायी जा रही है। घटना की पुष्टि एसपी अभिषेक मीणा ने भी की है। मिली जानकारी के मुताबिक डीआरजी के जवान आपरेशन पर निकले हुए थे। इसी बीच गोगुंडा और मोदोपारा के बीच एक आईइडी ब्लास्ट किया गया है.जिसमें तीन डीआरजी के जवान घायल हो गये हैं। इसी दौरान हुई गोलीबारी में एक नक्सली को भी पुलिस ने ढेर कर दिया गया है। मुठभेड़ के बाद हुई सर्चिंग में पुलिस को आईईडी विस्फोटक12 बोर की बंदूक सहित कई अन्य चीजें मिली है.

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वही बीजापुर में नक्सल मोर्चे पर तैनात फोर्स को बड़ी कामयाबी मिली है. सर्चिंग के दौरान फोर्स ने एक महिला नक्सली कोसी सोढ़ी को मार गिराया है. महिला के पास से 1 बंदूक और नक्सली साहित्य बरामद किया गया है. पुलिस का यह भी दावा है कि एनकाउंटर में मारी गई महिला कुख्यात नक्सली पापा राव की सहयोगी थी.एसटीएफ को पामेड़ क्षेत्र में नक्सलियों के आवाजाही की सूचना मिली थी जिसके बाद सर्चिंग पर निकली फोर्स की जारमपल्ली क्षेत्र में मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के पश्चात फोर्स को सर्चिंग में महिला नक्सली का शव बरामद हुआ जिसकी पहचान कोसी सोढ़ी के रुप में की गई.

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डीजी नक्सल ऑपरेशंस डीएम अवस्थी ने बताया कि  एसटीएफ की मुठभेड़ दक्षिण बस्तर डिवीजन के सदस्य पापा राव की टीम से हुआ था.  उन्होंने बताया कि इस दुर्गम इलाके में पहली बार एसटीएफ को दिन पहले भेजा गया था. जहां पापा राव और उनकी टीम से फोर्स की लगभग दो घंटे तक मुठभेड़ चली. एसटीएफ के सामने नक्सलियों के हौसले पस्त हो गए. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में और कई नक्सलियों के घायल होने की संभावना है.पामेड़ बस्तर के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में से है यह क्षेत्र सड़कों से कटा हुआ है और चारों तरफ से नदी नालों और घने जंगलों से घिरा हुआ है. यह पहला मौका है जब फोर्स पहली बार इतने अंदर तक पहुंची और नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया.


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