आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे पवार

आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे पवार

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  • Publish Date - January 22, 2021 / 11:50 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

मुंबई, 22 जनवरी (भाषा) राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि वह केंद्र सरकार के नए कृषि-विपणन कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को समर्थन जताने के लिए मुंबई में आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।

पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने यहां से लगभग 375 किलोमीटर दूर कोल्हापुर में पत्रकारों के समक्ष उल्लेख किया कि आंदोलनकारी किसानों ने नए कृषि कानूनों को 18 महीने के लिए निलंबित करने की केंद्र की पेशकश को अस्वीकार कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने कानूनों को 18 महीने के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन किसानों ने उसे खारिज कर दिया है। उन्होंने (किसान) सरकार से कानूनों को निरस्त करने और फिर चर्चा के लिए बैठने को कहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारी किसानों के महाराष्ट्र के शुभचिंतकों ने मुझसे, मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि वे 24 जनवरी को या 25 जनवरी को उन सभी को एकजुट करेंगे जो आंदोलनकारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं।’’

पवार ने कहा, ‘उन्होंने हमें इसके लिए आमंत्रित किया। हमने कहा कि ठीक है, हम आएंगे।’’

दिल्ली के बाहर लगभग दो महीने से आंदोलन कर रहे किसान कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे का नाम पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि उनकी शुभकामनाएं पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘वह हमारे एक सहयोगी हैं। हम खुश हैं और हमारी शुभकामनाएं हैं, आप (पत्रकार) खबर दे रहे हैं कि महाराष्ट्र का कोई व्यक्ति (कांग्रेस अध्यक्ष) बनेगा।’’

महाराष्ट्र सरकार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पिछले साल नवंबर में विधान परिषद में उनके कोटे से नामित होने वाले 12 सदस्यों की सूची सौंपी थी।

इस सवाल पर कि राज्यपाल द्वारा अभी उस पर फैसला करना बाकी है, पवार ने कहा, ‘‘मेरा इसका 50 साल का अनुभव है कि राज्यपाल ने कभी भी उस प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है जो मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद उन्हें भेजा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘(अब) यहां कुछ अलग हुआ है। देखते हैं क्या होता है।’’

भाषा अमित नरेश

नरेश