प्रधानमंत्री व शाह को डेलकर की मौत की जांच में सहयोग करने के लिए अधिकारियों को कहना चाहिए: ठाकरे

प्रधानमंत्री व शाह को डेलकर की मौत की जांच में सहयोग करने के लिए अधिकारियों को कहना चाहिए: ठाकरे

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  • Publish Date - February 28, 2021 / 04:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

मुंबई, 28 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दादरा एवं नगर हवेली के अधिकारियों को यह निर्देश देने का आग्रह करेंगे कि वे लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर की मौत की जांच में मुंबई पुलिस का सहयोग करें।

केंद्रशासित प्रदेश के सात बार सांसद चुने गये डेलकर 22 फरवरी को दक्षिण मुंबई के एक होटल के कमरे में मृत मिले थे। वहां से गुजराती में एक सुसाइड नोट भी मिला था।

ठाकरे ने शाम में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री और शाह से अनुरोध करूंगा कि वे वहां के अधिकारियों को निर्देश दें कि जब मुंबई पुलिस के अधिकारी डेलकर की मौत की जांच के सिलसिले में दादरा जाएं, तो वे उनके साथ सहयोग करें।’’

राज्य विधानमंडल के 10 दिवसीय बजट सत्र की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि निर्दलीय सांसद ने 13-14 पृष्ठों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है।

भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘नोट में कुछ लोगों के नाम शामिल हैं। इस बारे में कोई क्यों नहीं बोल रहा है।’

मुख्यमंत्री ने पुलिस द्वारा की जाने वाली जांच की प्रकृति के संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘जांच अभी शुरू नहीं हुई है। लेकिन मैं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अनुरोध करूंगा कि वे केंद्रशासित प्रदेश में अधिकारियों को निर्देश दें कि जब जांच के लिए मुंबई पुलिस वहां पहुंचे, तो वे सहयोग करें।’

इससे पहले दिन में, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर जिन लोगों ने हंगामा किया था, वे लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर की ‘‘रहस्यमय’’ परिस्थितियों में हुई मौत पर खामोश क्यों हैं।

शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक कॉलम ‘रोकटोक’ में राउत ने कहा कि एक अभिनेता की मौत और एक अभिनेत्री (कंगना रनौत) द्वारा कराए गए अनधिकृत निर्माण को ढहाने के मामले ने खूब सनसनी पैदा की, लेकिन सात बार लोकसभा के सदस्य रहे डेलकर की ‘‘संदिग्ध’’ परिस्थियों में मौत पर खामोशी कैसे छाई है।

उन्होंने कहा कि डेलकर, जिनके दिल्ली और गुजरात में मकान हैं, ने सोचा होगा कि मुंबई पुलिस उनके सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई करेगी और गुनहगार को पकड़ेगी।

भाषा

अविनाश सुभाष

सुभाष