पीएमसी बैंक धोखाधड़ी मामला: प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी के बाद दो लोगों को किया गिरफ्तार

पीएमसी बैंक धोखाधड़ी मामला: प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी के बाद दो लोगों को किया गिरफ्तार

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  • Publish Date - January 23, 2021 / 06:36 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

मुंबई, 23 जनवरी (भाषा) पीएमसी बैंक के 4,300 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से संबंधित धनशोधन के मामले में महाराष्ट्र के एक विधायक और उनके एक फर्म से जुड़े कुछ परिसरों पर शुक्रवार को छापा मारने के बाद प्रर्वतन निदेशालय ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

विधायक पर आरोप है कि उन्होंने ‘‘बैंक के धन का अवैध तरीके से हस्तांतरण किया है।” सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को एजेंसी ने बहुजन विकास आघाड़ी (बीवीए) पार्टी प्रमुख और विधायक हितेन्द्र ठाकुर द्वारा प्रोमोटेड विवा ग्रुप, उसके सहयोगियों और दो वित्तीय सलाहकारों के पालघर जिले के वसई-विरार और मुंबई के अंधेरी, जुहू और चेम्बूर स्थित पांच आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर छापा मारा गया।

छापेमारी के बाद धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत वीवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक और गोपाल चतुर्वेदी नाम के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार कर लिया गया।

सूत्रों ने बताया कि ये दोनों जांच में कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। शनिवार को मुंबई की एक अदालत में जब ये पेश होंगे तो प्रवर्तन निदेशालय इन्हें हिरासत में लेने का आग्रह करेगी। छापेमारी के दौरान 73 लाख रुपये नकद, कई डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य बरामद हुए हैं।

ठाकुर की पार्टी में तीन विधायक हैं और उन्होंने शिवसेना प्रमुख व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है। ठाकुर के अलावा उनके बेटे क्षितिज ठाकुर और राजेश पाटिल विधायक हैं।

महा विकास आघाड़ी गठबंधन में राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं।

पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक में अक्टूबर 2019 में हाउंसिंग डेवेलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल), उसके प्रमोटर राकेश कुमार वाधवान, उनके बेटे सारंग वाधवान, पूर्वचेयरमैन वरयम सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस द्वारा ऋण धोखाधड़ी करने का आरोप है। केन्द्रीय एजेंसी ने इस कथित ऋण घोटाले से जुड़े धन शोधन को लेकर आपराधिक मामला दर्ज किया है।

एजेंसी ने इन लोगों के खिलाफ मुंबई पुलिस आर्थिक शाखा में प्राथमिकी को संज्ञान में लिया। इन पर ‘गलत तरीके से नुकसान पहुंचाने और प्राथमिक तौर पर पीएमसी बैंक को 4,355 करोड़ रुपये के नुकसान पहुंचाने और खुद को लाभ पहुंचाने के आरोप हैं।’’

भाषा स्नेहा शाहिद

शाहिद