गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे ‘राजनीतिक साजिश’ का संदेह : राव

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे 'राजनीतिक साजिश' का संदेह : राव

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे ‘राजनीतिक साजिश’ का संदेह : राव
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: January 31, 2021 1:39 pm IST

इंदौर (मध्य प्रदेश), 31 जनवरी (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता पी. मुरलीधर राव ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पंजाब की अमरिंदर सिंह नीत कांग्रेस सरकार पर गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह संदेह भी जताया कि इस हिंसा के पीछे कोई राजनीतिक साजिश हो सकती है।

राव ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली के लाल किले में 26 जनवरी को हुई हिंसा में पंजाब के गिरोहबाज और कई बार जेल जा चुके सूचीबद्ध बदमाश शामिल थे। अब उनके वीडियो सामने आ रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘संघीय ढांचे में कानून-व्यवस्था राज्य सरकारों के हाथों में होती है। लेकिन पंजाब सरकार दिल्ली में 26 जनवरी की इन घटनाओं को लेकर जिम्मेदारी से नहीं सोच रही है। ये कुछ ऐसी बातें हैं जिनके बारे में गहराई से सोचने पर लगता है कि इस संपूर्ण घटनाक्रम के पीछे कहीं कोई राजनीतिक षड़यंत्र तो नहीं है?’

 ⁠

भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकती।

राव ने कहा, ‘कांग्रेस राजनीतिक मर्यादाएं भूल कर षड़यंत्रकारी व्यवहार कर रही है और नये कृषि कानूनों को लेकर गलतफहमी बढ़ा रही है। कांग्रेस कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं जीत सकती। लेकिन वह देश को नीचा दिखाने की कीमत पर भी (मोदी सरकार को) हराने की कोशिश कर रही है।’

उन्होंने कहा, ‘लगातार चुनाव हारने वाली विपक्षी पार्टियां सीधा आंदोलन करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में वे (नये कृषि कानूनों को लेकर) दूसरों के कंधों पर बंदूक रखकर चलाने की कोशिश कर रही हैं।’

राव ने दावा किया कि देश के ज्यादातर किसानों ने नये कृषि कानूनों पर नरेन्द्र मोदी सरकार से सहमति जताई है। उन्होंने कहा, ‘सरकार इन कानूनों में बदलाव के लिए किसानों के उचित सुझावों पर संवाद के लिए अब भी तैयार है। लेकिन विपक्षी दल एक अभियान के तहत गलत सूचना फैला रहे हैं कि इन कानूनों के खिलाफ पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं।’

राव, भाजपा संगठन में मध्य प्रदेश के प्रभारी हैं। वह पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों की पहली बैठक में शामिल होने इंदौर आए थे।

भाषा हर्ष देवेंद्र

देवेंद्र


लेखक के बारे में