दूसरे चरण के रण के लिए पोलिंग पार्टी रवाना, गरियाबंद के नक्सल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से भेजे गए दल | Polling party leaves for second phase elections

दूसरे चरण के रण के लिए पोलिंग पार्टी रवाना, गरियाबंद के नक्सल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से भेजे गए दल

दूसरे चरण के रण के लिए पोलिंग पार्टी रवाना, गरियाबंद के नक्सल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से भेजे गए दल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : November 19, 2018/7:17 am IST

रायपुर। दूसरे चरण के मतदान के लिए रायपुर के बीटीआई ग्राउंड समेत तीन केंद्रों पर मतदान दल पहुंच चुके हैं। मतदान दलों को मतदान सामग्री बांटी जा रही है। पोलिंग टीम में बड़ी संख्या में महिला मतदानकर्मी भी मौजूद हैं। दल में पुलिसकर्मी समे पांच कर्मचारी मौजूद होंगे।

दूसरे चरण के शांतिपूर्ण मतदान को लेकर निर्वाचन और प्रशासनिक महकमें ने पुख्ता इंतजाम कर पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्र के लिए रवाना किया जा रहा है। कोरबा जिले के चार विधानसभा सीटों में चुनाव के लिए जिले में 1 हजार 75 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें करीब 5000 मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही 30 कंपनियों को सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए उतारा गया है।

जिनमें जिला पुलिस बल, आबकारी एवं वन विभाग के सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। वहीं जिले में करीब 400 से ज्यादा हाथी प्रभावित संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हांकित किए गए हैं। जहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। रामपुर, पालीतानाखार और कटघोरा क्षेत्र में हाथियों के कारण कई मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं।

इन केंद्रों में मोबाइल यूनिट के अतिरिक्त सेक्टर अधिकारी और फ्लाइंग स्क्वायड की टीम की भी व्यवस्था की गई है। जो अलग-अलग क्षेत्र में मूवमेंट करते हुए मतदान केंद्रों का जायजा लेगी। वहीं बेमेतरा में भी कल होने वाले चुनाव के लिए मतदान दल को सामग्री का वितरण कर दिया गया। जिले के बेमेतरा, नवागढ़ व साजा विधानसभा के लिए 729 मतदान दल भेजे गए। जिनमें 35 सौ से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं सुरक्षा के लिए 23 कम्पनियों के साथ नगर सैनिक, स्थानीय पुलिस बल के अलावा बाहर के जिले से भी पुलिस बल को लगाया गया है।

बलरामपुर में 662 पोलिंग बूथों पर मतदान संपन्न होगा। कलेक्ट ने सभी पोलिंग पार्टी को रवान कर दिया है। पंडरिया और कवर्धा विधानसभा के कुल 799 बूथ में मतदान दलों को रवाना किया जा रहा है।

जांजगीर जिले की 6 में से 3 सीट हाईफ्रोफाइल है, सक्ती, अकलतरा और चंद्रपुर सीट पर वोटिंग होने है जिसके लिए जिले में 1406 मतदान केंद्र, 387 संवेदनशील केंद्र और 12 लाख 38 हजार मतदाता है। सुरक्षा के लिहाज से यहां तीन हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी। यहां शांतिपूर्ण मतदान के लिए पांच हजार 628 अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 169 केंद्रों में वेब कास्टिंग के जरिए मॉनिटरिंग होगी। 

गरियाबंद के नक्सल प्रभावित क्षेत्र ओढ़ और आमामोरा में हेलीकॉप्टर के जरिए 14 सदस्यीय मतदान दलों को रवाना किया गया। दलों को एक अतिरिक्त ईवीएम बैलट यूनिट तथा वीवीपट मशीन भी दी गई है। इसके साथ ही सेटेलाइट फोन भी दिया गया है।

कोरिया जिले में रामानुज मिनी स्टेडियम मतदान दलों को सामग्री वितरण किया गया है। जिले की 3 विधानसभा में 690 मतदान केंद्रों में मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। खासबात यह है कि यहां 15 संगवारी मतदान केंद्र भी बनाये गए हैं। 

गौरतलब है छत्तीसगढ़ में होने वाले दूसरे चरण के चुनाव के लिए रविवार शाम को पांच बजे प्रचार पूरी तरह थम गया। इसके साथ ही प्रत्याशियों ने अब डोर टू डोर संपर्क शुरू कर दिया। चुनाव प्रचार के लिए अब मुश्किल से 20 घंटे का वक्त ही रह गया है। क्योंकि कल सुबह आठ बजे से मतदान ही शुरू हो जाएंगे। मतदाता के मन की थाह लेकर उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए प्रत्याशियों ने अलग-अलग रणनीतियां और टीमें बना रखी हैं। प्रचार और सभाओं का दौर थमने के बाद दस्तक के बहाने पर्ची पॉलिटिक्स ने जोर पकड़ लिया है। घरों में पर्चियां बांटने के लिए और वोटिंग के दिन बूथों में वीवीपैट की पर्चियां देखकर आकलन करने के लिए भी अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।

पार्टियों के हर छोटे-बड़े नेता अब इस कोशिश में जुट गए हैं कि किसी तरह वोट उनके पक्ष में पड़े। आपको बता दें कि कल दूसरे दौर के चुनाव में प्रदेश के चार संभाग के 19 जिलों में 72 सीटों के लिए वोटिंग होगी। दूसरे चरण में 1 हजार उन्यासी उम्मीदवारों की किस्मत का वोटर फैसला करेंगे। इनमें रायपुर दक्षिण सीट पर सबसे ज्यादा 46 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, वहीं बिंद्रानवागढ़ सीट में सबसे कम 6 उम्मीदवार हैं। कुल 1 करोड़ 53 लाख 85 हजार 983 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दूसरे दौर में 19 हजार 296 बूथ पर वोट डाले जाएंगे। वहीं मतदान की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की 650 बटालियन लगाई गई हैं।