प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना के इलाज से किया इंकार, संचालकों ने कहा ‘तय पैसे में इलाज संभव नहीं’

प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना के इलाज से किया इंकार, संचालकों ने कहा 'तय पैसे में इलाज संभव नहीं'

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  • Publish Date - June 27, 2020 / 04:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

रायपुर। राज्य के प्राइवेट अस्पतालों में अब कोरोना का इलाज नहीं होगा। क्योंकि अभी तक बीते 9 दिनों में सिर्फ रिम्स हॉस्पिटल ने कोरोना के इलाज की सहमति दी है। अस्पताल संचालकों ने कहा है कि सरकार द्वार ​तय किए गए पैसे में कोरोना का इलाज संभव नहीं है।

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बता दें कि बीते 19 जून को स्वास्थ विभाग ने प्राइवेट अस्पताल में कोरोना इलाज की घोषणा की थी। लेकिन अबतक 9 दिनों में केवल रिम्स हॉस्पिटल ने ही सहमति दी है, इसके अलावा अन्य निजी संचालकों से कोरोना इलाज के लिए सहमति नहीं मिली।

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प्राइवेट अस्पताल संचालकों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग वेटिंलेटर सहित आइसुलेशन वार्ड के लिए 6750 रुपए प्रतिदिन तय किया है जबकि 15 हजार रुपए तक खर्च आते हैं। प्राइवेट हास्पीटल बोर्ड के अध्यक्ष डाक्टर राकेश गुप्ता का कहना है कि जब तक स्वास्थ्य विभाग इसपर आपसी चर्चा नहीं करती तब तक इलाज संभव नहीं होगा।

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