भोपाल। जबलपुर से तीसरी बार रिकॉर्ड वोटों से भाजपा की टिकट पर सांसद बने राकेश सिंह को भाजपा का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। आइए एक नजर डालते हैं उनके पार्टी के प्राथमिक सदस्य बनने से लेकर प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने के सियासी सफर पर।
मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष बने राकेश सिंह https://t.co/gwgTMPogN0 “Jjabalpur MP Rakesh Singh” @BJP4MP @INCMP pic.twitter.com/5PBBPsCwug
— IBC24 (@IBC24News) April 18, 2018
जबलपुर से तीसरी बार लोकसभा सांसद चुने गए राकेश सिंह के प्रदेशाध्यक्ष बनने के साथ ही जश्न का सिलसिला शुरू हो गया है। पार्टी के प्रदेश प्रमुख की कुर्सी तक पहुंचने से पहले व्यवसायिक किसान परिवार के राकेश सिंह ने पार्टी के लिए हर स्थिति, परिस्थिति में संघर्ष किया है। राकेश सिंह का जन्म चार जून 1962 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ था। जबलपुर के गवर्नमेंट साइंस कॉलेज से बीएससी की डिग्री लेने वाले राकेश सिंह ने पांच दिसंबर 1993 को माला सिंह से शादी की। उनकी दो बेटियां हैं और राजनीति में आने से पहले वे किसान थे। 1978 में वे साईंस कॉलेज की कार्यकारिणी के सदस्य चुने गए। फिर 1980 में इसी कॉलेज में विश्वविद्यालय प्रतिनिधि बने। 1994 में जबलपुर टिम्बर मर्चेन्ट्स एण्ड सॉ मिल ओनर्स एसोसिएशन की कार्यकारिणी का चुनाव जीता। फिर 1999 में हुए विधानसभा चुनाव में बरगी विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के चुनाव संचालक बने।
नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष श्री @MPRakeshSingh को साथियों और गणमान्य हस्तियों के साथ प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बधाई और शुभकामनाएं दी। मुझे विश्वास है कि उनके मार्गदर्शन में पार्टी मध्यप्रदेश में सफलता के नये शिखर को स्पर्श करेगी। pic.twitter.com/UvRwULeEZP
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 18, 2018
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साल 2000 में वे भारतीय जनता पार्टी जिला जबलपुर के अध्यक्ष बने। फिर बाद में 2010 में वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भी बनाए गए। 2004 में पार्टी ने उन्हें टिकट दिया और वे चैदहवीं लोकसभा के सदस्य बने। 2007 में वे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने। फिर 2009 में परिवहन, पर्यटन तथा संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने। इसके बाद 2009 और फिर 2014 में वे लगातार भाजपा की टिकट से चुनाव लड़े और सांसद बने। जून 2014 में उन्हें आवास समिति और विशेषाधिकार समिति का सदस्य बनाया गया।
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सामाजिक और सांस्कृतिक क्रियाकलाप के अलावा उन्हें जल संरक्षण आंदोलन में रूचि है। जबलपुर लोक सभा क्षेत्र में उन्होंने 15 दिनों तक पदयात्रा कर करीब ढाई सौ से ज्यादा गांवों का दौरा किया। इस विशाल जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने 180 किलोमीटर से भी ज्यादा पैदल यात्राएं की। इस जश्न से इतर राकेश सिंह के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश में पार्टी की सूरत अंदर और बाहर कितनी बदलेगी, ये तो वक्त ही बताएगा।
वेब डेस्क, IBC24