राम वन गमन पर्यटन परिपथ: मुख्यमंत्री ने प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, एलईडी स्क्रीन के जरिए दी जाएगी गांव-गांव जानकारी

राम वन गमन पर्यटन परिपथ: मुख्यमंत्री ने प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, एलईडी स्क्रीन के जरिए दी जाएगी गांव-गांव जानकारी

राम वन गमन पर्यटन परिपथ: मुख्यमंत्री ने प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, एलईडी स्क्रीन के जरिए दी जाएगी गांव-गांव जानकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:55 pm IST
Published Date: August 18, 2020 1:37 pm IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सुख-समृद्धि के प्रतीक का त्यौहार तीजा-पोरा तिहार के शुभ अवसर पर आज अपने रायपुर निवास परिसर में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रचार के लिए सभी पांच संभागों हेतु तैयार किए गए विशेष प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रथ में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से छत्तीसगढ़ में भगवान राम के चौदह वर्षों के वनवास के दौरान छत्तीसगढ़ से होकर जाने वाले सभी स्थलों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

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राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रचार के लिए तैयार किए गए विशेष रथ सभी पांचों संभागों जिलों, विकासखण्डों और गांवों में जाकर राम वन गमन पर्यटन परिपथ के बारे में एलईडी प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनभागीदारी के लिए राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकास कोष का गठन किया जाएगा। इस कोष में एकत्रित राशि देवालयों-देवगुडी के विकास में भी लगायी जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल, पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, सचिव पर्यटन अन्बलगन पी., छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की प्रबंध संचालन श्रीमती इफ्फत आरा सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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उल्लेखनीय है कि पर्यटन विभाग द्वारा राम वन गमन पर्यटन परिपथ के विकास के लिए 137 करोड़ का कॉन्सेप्ट प्लान बनाया गया है। इस परिपथ के तहत कुल 75 स्थान चिन्हित किए गए हैं। प्रथम चरण में 9 स्थालों सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर), रामाराम (सुकमा) शामिल है। इस परियोजना की शुरूआत रायपुर के निकट स्थित चंदखुरी से हो गई है। चंदखुरी भगवान राम का ननिहाल है। यहां माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है, जो सातवीं शताब्दी का है। माता कौशल्या मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण तथा विकास के लिए 15 करोड़ 45 लाख रुपये की कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है।

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राम वन गमन पर्यटन परिपथ के तहत लगभग 2260 किलोमीटर सड़कों का विकास किया जाएगा। लगभग 1400 किलोमीटर सड़कों के दोनों ओर वृक्षारोपण कार्य किया गया है। राम वन गमन पथ पर पहले चरण में जिन 9 स्थानों का चयन किया गया हैं, उन सभी में आकर्षक लैंडस्केप तैयार किया जाएगा। इन सभी स्थानों पर पर्यटकों के लिए नागरिक सुविधाओं का विकास सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। सभी स्थानों पर भव्य द्वार बनाए जाएंगे, जिनके शीर्ष पर भगवान राम का धनुष और उसकी प्रत्यंचा पर रखा हुआ तीर होगा। द्वार पर जय श्रीराम के घोष के साथ राम-पताका लहरा रही होगी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com