गहमा-गहमी के बीच नगर निगम के वार्डों की आरक्षण प्रक्रिया पूरी, 40 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित, 39 में पुरूषों को मौका, देखिए वर्गवार आरक्षण

गहमा-गहमी के बीच नगर निगम के वार्डों की आरक्षण प्रक्रिया पूरी, 40 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित, 39 में पुरूषों को मौका, देखिए वर्गवार आरक्षण

गहमा-गहमी के बीच नगर निगम के वार्डों की आरक्षण प्रक्रिया पूरी, 40 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित, 39 में पुरूषों को मौका, देखिए वर्गवार आरक्षण
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: September 30, 2020 12:10 pm IST

जबलपुर। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद जबलपुर नगर निगम के 79 वार्डों के लिए आज आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हुई। हालांकि नगर निगम में पार्षदों के चुनाव से पहले वार्ड आरक्षण पर सभी पार्टियों के दावेदारों की आंखें लंबे वक्त से टिकी रहीं लेकिन आज हुए वार्ड आरक्षण के बाद कई के चेहरे खिल गए तो कई के चेहरे मुरझा गए।

ये भी पढ़ें:नाबालिग के साथ गैंगरेप, 3 दरिंदों ने अगवा कर वारदात को दिया अंजाम

दरअसल जबलपुर नगर निगम के लिए लाटरी सिस्टम के जरिये हुए आरक्षण में महिलाओं के खाते में 40 वार्ड आये, जबकि 39 वार्डों पर पुरुष किस्मत आजमायेगे। 79 वार्डों वाले जबलपुर नगर निगम आरक्षण में पिछड़ा वर्ग के खाते में 20 वार्ड आये, जिनमे से 10 ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुए। इसके बाद बचे हुए 59 वार्डो में से 11 एससी, 4 एसटी और 44 सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हुए। जिसमे से 5 वार्ड एससी, 2 वार्ड एसटी और 21 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हुए।

 ⁠

ये भी पढ़ें: बीजेपी महासचिव विजयवर्गीय का बयान, हाथरस दुष्कर्म के आरोपी पकड़े गए…

निगम चुनाव जीतकर पार्षद बनने का सपने देख रहे नेताओं ने आरक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा भी किया, जिसके कारण आरक्षण की प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित भी हुई, लेकिन जिला प्रशासन ने नाराज नेताओं द्वारा आरक्षण प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठाए जाने वाले सवालों को गलत बताया, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का कहना था कि नगर पालिका एक्ट के तहत आरक्षण की पूरी प्रक्रिया अपनाई गई है, प्रक्रिया पर जो भी सवाल उठ रहे थे, नेताओं की उन गलत फहमियों को नगर पालिका एक्ट के नियम बताकर दूर किया गया है।

ये भी पढ़ें: मुठभेड़ में मारे गए ग्रामीण के मौत की निंदा नक्सलियों ने की, गढ़ी और…

वहीं आरक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले नेताओं का कहना है कि जिला प्रशासन ने आरक्षण के पहले जो प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी वह नहीं अपनाई है,जिला प्रशासन ने न तो आरक्षण शुरू होने के पहले आरक्षण के प्रावधानों से अवगत कराया और न ही उससे जुड़ी जानकारी मुहैया कराई,जिससे आरक्षण प्रक्रिया में शामिल लोग वार्डो के लिए हुए आरक्षण का ठीक तरीके से मिलान नहीं कर पाए और यह सब जिला प्रशासन ने सरकार के दबाव में आकर किया है, इस आरक्षण प्रक्रिया को चुनौती दी जाएगी, हालांकि नगर निगम वार्डो के आरक्षण की प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में दोनों दलों के नेता और पार्टी कार्यकर्त्ता मौजूद थे।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com