वेतन विसंगति दूर करने शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने दिया केंद्रीय वेतनमान और क्रमोन्नति का फार्मूला

वेतन विसंगति दूर करने शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने दिया केंद्रीय वेतनमान और क्रमोन्नति का फार्मूला

वेतन विसंगति दूर करने शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने दिया केंद्रीय वेतनमान और क्रमोन्नति का फार्मूला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:16 pm IST
Published Date: January 23, 2019 11:59 am IST

रायपुर। राज्य में वेतन विसंगति दूर करने शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने केंद्रीय वेतनमान और क्रमोन्नति का फार्मूला दिया है। शालेय शिक्षाकर्मी संघ की प्रांतीय बैठक राजधानी रायपुर। में हुई। इसमें जिला और राज्य के पदाधिकारी सम्मलित हुए। प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समस्त जिलाध्यक्षों ने अपनी बात रखी। साथ ही LB संवर्ग और पंचायत संवर्ग के शिक्षकों की वर्तमान समस्याओं को भी इस बैठक में रखा गया। अनुकंपा नियुक्ति, वेतन विसंगति, वर्ष बंधन, क्रमोन्नति, पुराना पेंशन जैसे अहम मुद्दे इस बैठक में हावी रहे। बैठक में आज तक कि स्थिति में 8 वर्ष पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों का संविलियन प्रक्रिया जल्द प्रारंभ करने, राजपत्र प्रकाशन, संस्था प्रधान व अन्य पदों पर पदोन्नति की मांगों पर चर्चा की गई।

प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बैठक में कहा कि हमें हंगामा नहीं, समाधान चाहिए, और समाधान तभी संभव है जब सब फिर मिलकर संघर्ष करें। नवगठित सरकार भी अपने किए वायदों को जल्द पूर्ण करे। लम्बित अनुकम्पा नियुक्ति और समस्त शिक्षाकर्मियों का संविलियन अतिशीघ्र होना चाहिए। उन्होंने कहा, वेतन विसंगति दूर करने का एक ही फार्मूला है कि प्रदेश के समस्त शिक्षक(E,T,LB) को अन्य राज्यों की तरह केंद्रीय वेतनमान प्रदान किया जाए।

इसमें सहायक शिक्षक को 9300-34800 में ग्रेड पे 4200, शिक्षक को ग्रेड पे 4600 एवं व्याख्याता को 4800 ग्रेड पे देय होता है। अधिकांश प्रदेश अपने शिक्षकों को उपरोक्त वेतनमान प्रदान कर रहा है। छत्तीसगढ़ में इसे जल्द लागू किया जाना चाहिए। एक ही पद पर कई वर्षों के पदस्थ पदोन्नति वंचित शिक्षाकर्मियों को क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाना चाहिए। अंशदायी पेंशन योजना में अनेक खामियां है अतः पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर शुरु करना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि इन मांगो की पूर्ति जल्द से जल्द छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया जाए अन्यथा शिक्षाकर्मियों में आक्रोश पनपते जाएगा। इसका खमियाजा पूर्ववर्ती सरकारों को उठाना पड़ा है। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हमारी इन समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करेंगे। बैठक को चन्द्रशेखर तिवारी, विष्णु शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, गजराज राजपूत, सत्येन्द्र सिंह, दीपक वेंताल, दिनेश राजपूत, हिमन कोर्राम, कैलाश रामटेके, रवि मिश्रा, राजेश शर्मा, अब्दुल आरिफ खान, शुक्ला(जांजगीर) आदि ने सम्बोधित किया।


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