15 बरस बाद चिंतलनार के लोगों के जीवन में आया उजियारा
15 बरस बाद चिंतलनार के लोगों के जीवन में आया उजियारा
सुकमा। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला सुकमा के चिंतलनार गांव के लोगों के जीवन में 15 साल बाद उजाला आया है। इस गांव में नक्सलियों ने बिजली सप्लाई की लाइन को धवस्त कर दिया है। उसके बाद से गांव में बिजली नहीं पहुंच पाई थी।
जिला मुख्यालय सुकमा से 80 किमी दूर यह गांव नक्सलियों के कारण आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से महरूम है। लेकिन धीरे-धीरे यहां माओवादियों खदेड़े जा रहे हैं। 15 साल बाद बिजली मिलने से गांव के लोग काफी खुश हैं। लोगों का कहना है कि यहां बिजली का पहुंचना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं है। लेकिन अब उनके बच्चे भी पढ़ सकेंगे। हालांकि यहां सोलर से बिजली पहुंचाई गई है, लेकिन इससे लोगों की रोजमर्रा के काम ही निपट पाते हैं।
“उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जून 2018 तक प्रदेश के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस और फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। इस कड़ी में चिंतलनार गांव में बिजली पहुंचानी में सफलता मिली है। आपको बता दें कि यह वही गांव है, जहां अब तक सबसे बड़े नक्सली हमले में साल 2010 में 76 जवानों की जान चली गई थी।
Sukma’s Naxal-affected Chintalnar village electrified after 15 years, villagers express delight, say, ‘Naxals had destroyed facilities.’ The area has witnessed many encounters b/w security forces & Naxals, incl. April 2010 ambush that claimed lives of 75 CRPF jawans #Chhattisgarh pic.twitter.com/dA1JS6wGzA
— ANI (@ANI) April 9, 2018
We are delighted to get electricity in our village. We will reap all the benefit that electricity can provide, we will now be able to use fridge and TV: Chintalnar resident on the village being electrified after 15 years #Chhattisgarh pic.twitter.com/zZlydeqfpI
— ANI (@ANI) April 9, 2018
Lost in dark for so many years, Chintalnar & Jagargunda will light up again. Naxals kept villagers deprived of electricity. Soldiers sacrificed to provide basic amenities of road, communication & electricity, their sacrifice won’t go in vain: #Chhattisgarh CM Raman Singh pic.twitter.com/Ew6cvSwPoJ
— ANI (@ANI) April 9, 2018
वेब डेस्क, IBC24

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