मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में इन दिनों स्वाइल फ्लू ने अपने पैर पसार लिए हैं. रोजाना ही किसी ना किसी शहर से स्वाइन फ्लू पीड़ित की मौत की खबर आ रही है. जिससे मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को भी ग्वालियर और कटनी में रहने वाले दो स्वाइन फ्लू पीड़ित ने दम तोड़ दिया.
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में स्वाइन फ्लू बेकाबू होने लगा है । अस्पतालों में मरीजों की संख्या अचानक ही बढ़ने लगी है । दोनों ही राज्यों में अब तक स्वाइन फ्लू से कई मौतें हो चुकी हैं. जबकि एक हज़ार से अधिक संदिग्ध मरीज सामने आए हैं. छत्तीसगढ़ की बात करें तो दुर्ग जिले में स्वाइन फ्लू से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश कोठारी की रायपुर में ईलाज के दौरान हुई मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट हो गया है. वहीं कोरबा जिले में 1 महीने के स्वाइन फ्लू के तीन मरीज सामने आए हैं.
तीनो ही पीड़ित एसईसीएल के कर्मचारी हैं. इधर बस्तर के किरंदुल में स्वाइन फ्लू से एक मरीज की मौत हो गई है. स्वाइन फ्लू के संदेह में किरंदुल में 300 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. बिलासपुर में भी स्वाइन फ्लू के तीन मरीज मिलने की पुष्टि हुई है. मध्यप्रदेश में भी स्वाइन फ्लू का कहर जारी है. केवल जबलपुर में ही स्वाइन फ्लू से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. ग्वालियर में भी स्वाइन फ्लू से पीड़ित सुरेंद्र खंडेलवाल नाम के मरीज की मौत हो गई. उनका इलाज गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में चल रहा था. पिछले साल भी स्वाइन फ्लू से ग्वालियर अंचल में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं मंगलवार को कटनी के रहने वाले स्वाइन फ्लू पीड़ित एक वकील की जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई.